दौसा : दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को जबसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आमजनता के लिए समर्पित किया है, तभी से किसी ना किसी कारणों से एक्सप्रेसवे चर्चाओं में बना हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस एक्सप्रेसवे को देश का सबसे सुरक्षित और देश की तरक्की का एक्सप्रेसवे बताया था. इस एक्सप्रेसवे पर एनएचएआई के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है.
देश का पहला सबसे लंबा एक्सप्रेसवे अब गड्ढों में तब्दील होने लगा है. मौसम की पहली बारिश भी एक्सप्रेसवे नहीं झेल पाया. बीती रात भांडारेज इंटरचेंज के पास स्थित पिलर नंबर 182.300 के पास एक्सप्रेसवे के बीचों-बीच सड़क धंस गई, जिससे एक्सप्रेसवे पर करीब 4 फीट गहरा गड्ढा हो गया. हालांकि, समय रहते गड्डे की जानकारी टोल कंपनी के अधिकारियों को मिल गई और हाइवे के बीच में हुए गड्डे के चारों ओर बैरिकेट्स लगाकर उसे कवर कर दिया, जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया.
चूहों के बिल बनाने से धंसी सड़क : वहीं, एक्सप्रेसवे पर हुए गहरे गड्ढे के मामले में एनएचएआई के अधिकारी इंद्रपाल सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया चूहों के बिल खोदने के कारण बिलों में पानी भर गया, जिससे सड़क धंसने का अंदेशा है, लेकिन फिलहाल सुरक्षा के लिहाज से एक्सप्रेसवे पर हुए गड्डे को कंक्रीट से भरकर ठीक कर दिया गया है.
केंद्रीय मंत्री ने बताया था देश की तरक्की का एक्सप्रेसवे : दरअसल, पिछले दिनों जिले के मेहंदीपुर बालाजी आए केंद्रीय राज्यमंत्री हर्ष मल्होत्रा ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को देश की तरक्की का हाईवे बताया था. उन्होंने दावा किया था कि इस हाइवे के बनने के बाद आमजन को सुगम यातायात की सुविधा मिली है. वहीं, एक्सप्रेसवे पर धंसी सड़क ने केंद्रीय मंत्री के दावों की पोल खोल दी है.