आगरा: ताजनगरी आगरा में राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश महासचिव महेश कुमार के बेटे पंकज कुमार पर 56 लाख की धोखाधड़ी में फंस गए हैं. पेट्रोल पंप में पार्टनरशिप देने के नाम पर धोखाधड़ी के आरोप में सैंया थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ है.
इससे पहले रालोद नेता के बेटे पंकज ने मलपुरा थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था. सैंया थाना पुलिस ने बताया कि मामला दर्ज करके विवेचना की जा रही है. जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके मुताबिक विधिक कार्रवाई की जाएगी.
पिनाहट थाने के नया पुरा निवासी अनुज कुमार ने पुलिस को बताया कि मैं गांव के ही सुनील तोमर और सचिन के साथ शमसाबाद स्थित एक गोल्ड लोन कंपनी में काम करता था. वहां पर मलपुरा थाना क्षेत्र के गांव नगला माकरौल निवासी पंकज कुमार का आना जाना था.
पंकज के पिता महेश कुमार रालोद के प्रदेश महासचिव और पूर्व जिलाध्यक्ष हैं. जिससे तीनों की पंकज से बातचीत होने लगी. आरोप है कि पंकज का पेट्रोल पंप खेरागढ़ मार्ग पर है. उसने हमें अपने पेट्रोल पंप में पार्टनरशिप देने का झांसा दिया.
पिनाहट क्षेत्र में पेट्रोल पंप का विज्ञापन दिखाकर हमें भी पंप दिलवाने का दावा किया. मोटे मुनाफे के लालच में मैंने, सुनील और सचिन ने पंकज कुमार को 56 लाख रुपये दे दिए. जैसे ही रकम मिलने के बाद पंकज टालमटोल करने लगा.
अनुज कुमार का आरोप है कि इस बारे में पंकज के पिता रालोद नेता महेश कुमार से भी बात की. इसके बाद भी रकम नहीं मिली. 8 फरवरी को पंकज ने मोबाइल बंद कर लिया. 22 फरवरी को वार्ता हुई तो पंकज ने रकम लौटाने का भरोसा दिया. इसके बाद उसने 16 जून 2024 को 36 लाख का चेक दिया, जो बाउंस हो गया. इसकी शिकायत डीसीपी सोनम कुमार से की.
डीसीपी सोनम कुमार के निर्देश पर सैंया थाना में मुकदमा लिखा गया है. सैंया थाना प्रभारी निरीक्षक उपेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपित पंकज कुमार के विरुद्ध धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले की विवेचना की जा रही है. जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके मुताबिक, आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी.
रालोद प्रदेश महासचिव महेश कुमार ने बताया कि मेरे बेटे पंकज पर जो भी आरोप लगाए गए हैं वे सभी निराधार है. इस मामले में उनका बेटा आरोपी नहीं बल्कि पीड़ित है. जिन लोगों ने सैंया थाने में मुकदमा लिखवाया है, वे ब्याज माफिया और सूदखोर हैं. पंकज ने 19 सितंबर 2024 को कोर्ट के आदेश पर मलपुरा थाने में सैंया में मुकदमा दर्ज कराने वाले समते 12 के खिलाफ 10 करोड़ की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था. जिसकी अभी विवेचना चल रही है.
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