पटनाः बिहार में बढ़ते अपराध और गिरती कानून व्यवस्था के खिलाफ पटना में राजद का राजभवन मार्च निकाला गया. पार्टी के प्रदेश कार्यालय से राजद नेता और कार्यकर्ता राजभवन के लिए निकले, लेकिन प्रशासन ने राजद कार्यकर्ताओं को इनकम टैक्स चौराहे पर रोक दिया. राज भवन मार्च में पार्टी के अनेक वरिष्ठ नेता शामिल हुए. राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव, पूर्व सांसद जयप्रकाश नारायण यादव, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, राजद विधायक भाई वीरेंद्र, राजद विधायक रीतलाल यादव सहित हजारों की संख्या में राजद कार्यकर्ता रहे.
'थके हुए मुख्यमंत्री हैं नीतीश कुमार': राजद के प्रतिनिधिमंडल को जिला प्रशासन के लोगों ने राज्यपाल के पास पहुंचाया. राजद के राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव ने बताया कि बिहार में लगातार हो रहे अपराध के खिलाफ आज राजद के कार्यकर्ता राज भवन मार्च निकाले. कहा कि बिहार में लगातार हत्या, लूट, डकैती, बलात्कार की घटनाएं हो रही है. लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला. राज्यपाल से बिहार की बागडोर संभालने की मांग की.
"नीतीश कुमार थके मुख्यमंत्री के रूप में स्थापित हो गए हैं. यही कारण है कि अपराधियों का मनोबल बढ़ गया है. आज राजद के कार्यकर्ता महामहिम राज्यपाल से मांग कर रहे हैं कि बिहार में इस तरीके की घटना को देखते हुए हस्तक्षेप करें. बिहार की बागडोर अपने हाथों में लें. बढ़ते अपराध के कारण लोगों का जीन मुहाल हो गया है." -भोला यादव, राष्ट्रीय महासचिव, आरजेडी
'बढ़ते अपराध पर संज्ञान लें राज्यपाल': आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि महामहिम राज्यपाल को वे लोग ज्ञापन देने जा रहे हैं. बिहार में बढ़ते अपराध पर सरकार अंकुश नहीं लग पा रही है. जब तक सरकार अंकुश नहीं लगाएंगी तब तक अपराध पर अंकुश नहीं लग पाएगा. बता दें कि बिहार में बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर बिहार विधानसभा में विरोधी दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव लगातार सरकार पर हमलावर रहे हैं.
सरकार के खिलाफ विपक्षः सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से वह हर सप्ताह अपराध का आंकड़ा जारी करते हैं. तेजस्वी यादव के अलावा राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी सोशल मीडिया के माध्यम से बिहार में हो रही अपराधिक घटना के लिए बिहार की सरकार को दोषी ठहराते रहे हैं. जिसका जवाब जेडीयू और एनडीए के नेता लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के 15 वर्षों के शासनकाल में बिहार की स्थिति को लेकर देते हैं.
नीतीश कुमार भी साधते रहे हैं निशानाः नीतीश कुमार हमेशा अपने बयान में कहते रहते हैं कि '2005 से पहले क्या होता था. कोई घर शाम में घर से बाहर नहीं निकलता था. आज सबकुछ ठीक हो गया है. नीतीश कुमार का कहना है कि 2005 में बिहार में अपराध चरम सीमा पर था. नीतीश कुमार इसे जंगलराज भी कहते रहे हैं.
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