रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मानसून सत्र के दौरान सदन में दिए गए चार शहरों में डेमोग्राफी चेंज वाले बयान सहयोगी पार्टी कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल को असहज कर रहा है. झारखंड मुक्ति मोर्चा जहां इसे अपना एजेंडा का हिस्सा मानकर मुख्यमंत्री के बयान को सही बता रहा है तो राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस इसे गठबंधन धर्म के खिलाफ दिया बयान बता रहा है.
हेमंत सोरेन के डेमोग्राफी चेंज वाले बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए राजद के वरिष्ठ नेता राजेश यादव कहते हैं कि उनका बयान भाजपा के एजेंडे को मजबूत करने वाला है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या सिर्फ चार जिलों में डेमोग्राफिक चेंज हुआ है? हेमंत सोरेन चार शहरों का जिक्र कर किस ओर इशारा करना चाह रहे हैं. राजद नेता ने कहा कि अगर झामुमो अपने एजेंडे पर चलेगा तो राजद का अपना एजेंडा है. झामुमो को यह ध्यान में रखना चाहिए कि भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए हमारा गठबंधन हुआ है.
हेमंत सोरेन का विधानसभा में दिया बयान गलत- कांग्रेस
झारखंड मुक्ति मोर्चा के दूसरे सहयोगी दल, कांग्रेस ने भी सदन के अंदर हेमंत सोरेन के बयान को गलत बताते हुए कहा कि गठबंधन की सरकार में इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए. किसी भी संवेदनशील मुद्दे पर बयान देने से पहले गठबंधन दलों के साथ मिलकर बात करना चाहिए.
धार्मिक ध्रुवीकरण करने वालों से मुख्यमंत्री ने पूछा था सवाल- मनोज पांडेय
विधानसभा में हेमंत सोरेन के उठाये सवाल को वाजिब बताते हुए झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि जो लोग सिर्फ हिन्दू-मुस्लिम करने के लिए डेमोग्राफी चेंज की बात कहते हैं उनके लिए यह सवाल था कि रांची, बोकारो, जमशेदपुर, धनबाद का डेमोग्राफिक चेंज कैसे हुआ और किन लोगों की वजह इन शहरों में आदिवासियों की संख्या घटी है. इस पर भी बात होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है बल्कि हकीकत है. मनोज पांडेय ने कहा कि झामुमो का अपना एजेंडा है और उनका अपना एजेंडा है, हम सब महागठबंधन में हैं.
जिन शहरों का हेमंत सोरेन ने किया जिक्र, वहां कांग्रेस मजबूत, इन शहरों में बिहार से आये लोग की अधिकता की वजह से राजद भी नाराज
झारखंड की राजनीति को बेहद नजदीक से देखने और समझने वाले वरिष्ठ पत्रकार सतेंद्र सिंह कहते हैं कि हेमंत सोरेन के बयान का सीधा असर कांग्रेस और राजद की राजनीति पर पड़ेगा क्योंकि बोकारो, रांची, जमशेदपुर और धनबाद में ज्यादातर संख्या दूसरे राज्य खासकर बिहार से आये लोगों की है. इन शहरी क्षेत्रों से मुख्यतः कांग्रेस चुनाव लड़ती है. ऐसे में हेमंत सोरेन के बयान पर इन दोनों सहयोगियों की नाराजगी स्वाभाविक है. यही वजह है कि कांग्रेसी विधायक शिल्पी नेहा तिर्की के डेमोग्राफी चेंज के बयान को पार्टी उनका व्यक्तिगत बयान बता कर पल्ला झाड़ चुकी है तो मुख्यमंत्री को भी गलत बता रही है क्योंकि बात वोट बैंक से जुड़ा है.
विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान क्या कहा था हेमंत सोरेन ने
सीएम हेमंत सोरेन ने विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन अपने संबोधन के दौरान कहा था कि संथाल में बांग्लादेशी घुसपैठ की बात करने वाले इन लोगों ने राज्य के कई जिलों में सरकारी जमीन पर भाजपा का दफ्तर खोल दिया है. मुझ पर जमीन हड़पने का आरोप लगाकर जेल भेज दिया. जबकि ये लोग खुद जमीन लूट रहे हैं. उन्होंने असम के सीएम को भी घेरा था. इसी क्रम में उन्होंने कहा कि संथाल में बांग्लादेशी घुसपैठ की वजह से डेमोग्राफी चेंज की बात की जा रही है. यह देखना केंद्र सरकार का काम है. सीएम ने पूछा कि रांची, धनबाद, जमशेदपुर और बोकारो की डेमोग्राफी को किसने बदल दिया.
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