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देवघर में बारिश के बाद डेंगू का खतरा बढ़ा, स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन अलर्ट पर - Dengue in Deoghar - DENGUE IN DEOGHAR

Risk of dengue outbreak in Deoghar. देवघर में बारिश के बाद डेंगू का खतरा बढ़ गया है, स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन अलर्ट पर है. डेंगू के मरीजों की पहचान की गति बढ़ा दी गई है. लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं.

Risk of dengue outbreak
देवघर में जलजमाव (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 18, 2024, 3:25 PM IST

Updated : Sep 18, 2024, 4:33 PM IST

देवघर : जिले में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के बाद शहर के कई मोहल्लों की सड़कों पर अभी भी पानी जमा है. जिससे डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने की आशंका है. स्वास्थ्य विभाग से मिली रिपोर्ट के अनुसार एलाइजा मशीन से की जा रही जांच में हर दिन तीन से चार डेंगू के मरीजों की पुष्टि हो रही है. वहीं स्वास्थ्य विभाग का हर दिन डेंगू के खिलाफ अभियान भी चला रहा है. जिला प्रशासन भी लोगों को जागरूक कर रहा है.

देवघर में बढ़ा डेंगू का खतरा (ईटीवी भारत)

देवघर जिले के डेंगू एवं मलेरिया विभाग के प्रमुख डॉ. अभय कुमार यादव ने बताया कि मरीजों की पहचान के लिए हर दिन अभियान चलाया जा रहा है. जहां भी जलजमाव की समस्या देखी जा रही है, वहां स्वास्थ्य विभाग की टीम विशेष रूप से केमिकल का छिड़काव करती है. ताकि लोगों को डेंगू से बचाया जा सके और मच्छर न पनप सकें.

उन्होंने यह भी बताया कि ओपीडी में आने वाले या निजी क्लीनिक में जांच कराने वाले मरीजों का ब्योरा भी वीबीडी (वेक्टर बोर्न डिजीज) विभाग में एकत्र किया जाता है. अगर किसी व्यक्ति में बुखार या सिर दर्द के लक्षण दिखते हैं, तो ऐसे मरीजों का तुरंत सैंपल लेकर जांच कराई जाती है. अगर उनमें डेंगू का संक्रमण नहीं पाया जाता है तो उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है, अगर किसी मरीज में डेंगू के लक्षण पाए जाते हैं तो उन्हें तुरंत सदर अस्पताल में बने डेंगू वार्ड में भर्ती कराया जाता है.

डॉ. अभय कुमार यादव ने बताया कि उन्होंने मलेरिया और डेंगू विभाग के सभी कर्मचारियों को निर्देश दिया है कि वे प्रतिदिन शहर के अलग-अलग इलाकों में जाकर लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाएं ताकि लोगों को पता चल सके कि डेंगू मच्छरों से कैसे बचा जाए और डेंगू मच्छरों के प्रजनन को कैसे रोका जाए.

साफ-सफाई में जुटा जिला प्रशासन

जिला प्रशासन भी शहर की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दे रहा है. देवघर डीडीसी नवीन सिन्हा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग अपनी तरफ से सारी व्यवस्था में लगा हुआ है. साथ ही जिला प्रशासन के सभी अधिकारी जिले के सभी छोटे-बड़े अस्पतालों का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं ताकि जिले के किसी भी इलाके में डेंगू के मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके.

आपको बता दें कि देवघर जिले के सदर अस्पताल में बने डेंगू वार्ड में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसे देखते हुए जिला प्रशासन सतर्क है और लोगों से अपील कर रहा है कि वे अपने घरों को साफ रखें ताकि डेंगू जैसी खतरनाक बीमारियों से बचा जा सके.

यह भी पढ़ें:

देवघर में डेंगू! स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, सस्पेक्टेड मरीजों की जांच में तेजी - Dengue In Jharkhand

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देवघर : जिले में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के बाद शहर के कई मोहल्लों की सड़कों पर अभी भी पानी जमा है. जिससे डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने की आशंका है. स्वास्थ्य विभाग से मिली रिपोर्ट के अनुसार एलाइजा मशीन से की जा रही जांच में हर दिन तीन से चार डेंगू के मरीजों की पुष्टि हो रही है. वहीं स्वास्थ्य विभाग का हर दिन डेंगू के खिलाफ अभियान भी चला रहा है. जिला प्रशासन भी लोगों को जागरूक कर रहा है.

देवघर में बढ़ा डेंगू का खतरा (ईटीवी भारत)

देवघर जिले के डेंगू एवं मलेरिया विभाग के प्रमुख डॉ. अभय कुमार यादव ने बताया कि मरीजों की पहचान के लिए हर दिन अभियान चलाया जा रहा है. जहां भी जलजमाव की समस्या देखी जा रही है, वहां स्वास्थ्य विभाग की टीम विशेष रूप से केमिकल का छिड़काव करती है. ताकि लोगों को डेंगू से बचाया जा सके और मच्छर न पनप सकें.

उन्होंने यह भी बताया कि ओपीडी में आने वाले या निजी क्लीनिक में जांच कराने वाले मरीजों का ब्योरा भी वीबीडी (वेक्टर बोर्न डिजीज) विभाग में एकत्र किया जाता है. अगर किसी व्यक्ति में बुखार या सिर दर्द के लक्षण दिखते हैं, तो ऐसे मरीजों का तुरंत सैंपल लेकर जांच कराई जाती है. अगर उनमें डेंगू का संक्रमण नहीं पाया जाता है तो उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है, अगर किसी मरीज में डेंगू के लक्षण पाए जाते हैं तो उन्हें तुरंत सदर अस्पताल में बने डेंगू वार्ड में भर्ती कराया जाता है.

डॉ. अभय कुमार यादव ने बताया कि उन्होंने मलेरिया और डेंगू विभाग के सभी कर्मचारियों को निर्देश दिया है कि वे प्रतिदिन शहर के अलग-अलग इलाकों में जाकर लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाएं ताकि लोगों को पता चल सके कि डेंगू मच्छरों से कैसे बचा जाए और डेंगू मच्छरों के प्रजनन को कैसे रोका जाए.

साफ-सफाई में जुटा जिला प्रशासन

जिला प्रशासन भी शहर की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दे रहा है. देवघर डीडीसी नवीन सिन्हा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग अपनी तरफ से सारी व्यवस्था में लगा हुआ है. साथ ही जिला प्रशासन के सभी अधिकारी जिले के सभी छोटे-बड़े अस्पतालों का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं ताकि जिले के किसी भी इलाके में डेंगू के मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके.

आपको बता दें कि देवघर जिले के सदर अस्पताल में बने डेंगू वार्ड में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसे देखते हुए जिला प्रशासन सतर्क है और लोगों से अपील कर रहा है कि वे अपने घरों को साफ रखें ताकि डेंगू जैसी खतरनाक बीमारियों से बचा जा सके.

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सदर अस्पताल के आसपास जलजमाव! डेंगू के कई मरीज भर्ती, बाहर मच्छरों का डेरा - Waterlogging in Sadar Hospital

Last Updated : Sep 18, 2024, 4:33 PM IST
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