जयपुर. राजस्थान में इस बार प्रचण्ड गर्मी ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. प्रदेश के कुछ जिलों में तापमान 46 डिग्री से ऊपर बना हुआ है. जिसे देखते हुए चिकित्सा विभाग ने भी अलर्ट जारी किया है. हीटवेव के कारण लोग हीट स्ट्रोक की चपेट में आ रहे हैं और मरीजों में ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है.
जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल कि यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर भावना शर्मा का कहना है कि जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है, उसका असर शरीर पर देखने को मिलता है. बढ़ते तापमान के कारण मानव शरीर में ब्लड संरचना में भी बदलवा होने लगता है. इसका प्रमुख कारण है कि गर्मियों में लोग पानी का सेवन कम करते हैं जिसके बाद शरीर का खून गाढ़ा होने लगता है. खून आमतौर पर ब्रेन या फिर हार्ट में जमना शुरू हो जाता है, जिसके कारण लोग स्ट्रोक की चपेट में आ जाते हैं.
गर्मी में मामले बढ़े: डॉक्टर भावना शर्मा का कहना है कि बढ़ती गर्मी के कारण ब्रेन स्ट्रोक के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है. एसएमएस अस्पताल में हर दिन करीब 8 मरीज ब्रेन स्ट्रोक के भर्ती हो रहे हैं. इनमें से कुछ पेशेंट तो काफी गंभीर अवस्था में अस्पताल में पहुंच रहे हैं. ऐसे मरीजों के लिए अस्पताल में स्ट्रोक आईसीयू रिजर्व किए गए हैं. डॉक्टर शर्मा का कहना है कि तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, ऐसे में आवश्यकता होने पर ही घर से बाहर निकलें. इसके अलावा लगातार तरल पेय पदार्थ का सेवन करते रहें.
ब्लड प्रेशर में परिवर्तन: डॉक्टर भावना शर्मा का यह भी कहना है कि गर्मी के कारण ब्लड प्रेशर में भी परिवर्तन आने लगता है. ब्लड प्रेशर में आने वाले परिवर्तन के कारण ब्रेन में हैमरेज होने का खतरा बढ़ जाता है. इसी के चलते सवाई मानसिंह अस्पताल की ब्रेन स्ट्रोक आईसीयू मरीजों से भरी हुई है. डॉक्टर शर्मा का कहना है कि आश्चर्य की बात यह है कि युवा से लेके वृद्ध तक हीटवेव के कारण ब्रेनस्ट्रोक की चपेट में आ रहे हैं.