जयपुर: प्रदेश की बीजेपी सरकार इस वर्ष दिसंबर में जयपुर में 'राइजिंग राजस्थान' ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 का आयोजन करने जा रही है. निवेश को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा साउथ कोरिया और जापान की यात्रा पर हैं. राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का आयोजन 9 से 11 दिसम्बर तक आयोजित किया जाएगा. इसको लेकर प्रदेश के उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ मीडिया से रूबरू हुए. राठौड़ ने कहा कि सरकार अगले पांच वर्षों में राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) को मौजूदा 15 लाख करोड़ रुपए से दोगुना करके 30 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचाने का लक्ष्य लेकर चल रही है.
उन्होंने कहा कि 'राइजिंग राजस्थान' ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के जरिए प्रदेश में निवेश जुटाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. राठौड़ ने यह भी कहा कि सरकार 'इज ऑफ डूइंग बिजनेस' के तहत व्यवसाय करने की लागत में कमी लाना और लालफीताशाही को कम करने का निरंतर प्रयास कर रही है, ताकि उद्योग जगत को प्रदेश में काम करने में आसानी हो. राठौड़ ने पूर्ववर्ती गहलोत सरकार को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने चार साल बीत जाने के बाद निवेश को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया, लेकिन निवेश राजस्थान तक नहीं पहुंचा.
प्रशासनिक सुधार कर रहे: 'राइजिंग राजस्थान' ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के बारे में बोलते हुए उद्योग और वाणिज्य मंत्री ने कहा कि यह ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट राजस्थान को व्यापार के लिए सबसे अधिक अनुकूल राज्यों में से एक के रूप में प्रदर्शित करने का बेहतरीन अवसर है. इसके लिए राज्य सरकार प्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य को निवेशक-अनुकूल बनाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रशासनिक सुधार कर रही है.
राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में पहली बार वैश्विक स्तर का इन्वेस्टमेंट समिट आयोजित किया जा रहा है और इसके लिए भागीदार देशों और भागीदार अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ गठजोड़ किया जा रहा है. 'राइजिंग राजस्थान' ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 की तैयारी के लिए मुख्यमंत्री और सरकार के कई वरिष्ठ मंत्री और अधिकारीगण प्रदेश में निवेशकों का स्वागत करने और राज्य में उनकी निवेश परियोजनाओं की स्थापना में मदद करने के लिए कई प्रमुख घरेलू और अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक केंद्रों का दौरा कर रहे हैं.
ये है उद्देश्य: राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 का आयोजन इस साल 9, 10 और 11 दिसंबर को राजधानी जयपुर में होगा. इस तीन दिवसीय मेगा समिट का उद्देश्य देश-विदेश की बड़ी-छोटी कंपनियों, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और निवेशकों को राज्य में आ कर काम करने के लिए आमंत्रित करना, प्रदेश में विभिन्न तरह के उद्योग-धंधे लगाने में मदद करना और अनय सुविधाएं मुहैय्या कराना है. इस ग्लोबल समिट के दौरान कृषि, अक्षय ऊर्जा, शिक्षा और कौशल, ऑटो और ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल्स), इंफ्रास्ट्रक्चर, केमिकल और पेट्रो-केमिकल, पर्यटन, स्टार्टअप, खनन और ईएसडीएम/आईटी और आईटीईएस (ESDM/IT and ITeS) सहित विभिन्न क्षेत्रों पर विशेष सत्र का आयोजन होगा.