बलौदाबाजार : जिले में 14 नवंबर से अब तक लगभग 5 लाख टन धान खरीदी की जा चुकी है. धान खरीदी के बाद का मुख्य मुद्दा कस्टम मिलिंग का है. राइस मिलर्स अभी तक इस प्रक्रिया में अपनी पूरी सहभागिता नहीं दिखा रहे थे और उनकी हड़ताल चल रही थी. इस बीच बारदाना की उपलब्धता और वितरण को लेकर कई समस्याएं खड़ी हो गई. जिससे किसानों को धान बेचने में परेशानियों सामना करना पड़ रहा था.
राइस मिलर्स और प्रशासन के बीच वार्ता : जिला राइस मिल एसोसिएशन ने कलेक्टर दीपक सोनी से मुलाकात की और अपनी समस्याओं को उनके समक्ष रखा. बैठक में राइस मिलर्स ने बारदाना की उपलब्धता और उसकी आपूर्ति को लेकर अपनी चिंताओं को साझा किया. मिलर्स ने प्रशासन से मांग किया कि वे जल्दी से जल्दी बारदाना की व्यवस्था करें, ताकि धान मिलिंग प्रक्रिया में कोई और समस्या न आए.
प्रशासन किसानों की परेशानी को लेकर पूरी तरह से गंभीर है. उनका मुख्य उद्देश्य किसानों को सुचारू रूप से धान बेचने का मौका देना है. राइस मिलर्स से संवाद जारी है और मिलर्स भी अब जल्द से जल्द बारदाना उपलब्ध करवाने के लिए तैयार हैं : दीपक सोनी, कलेक्टर, बलौदाबाजार
ऑनलाइन अपलोड होगी बारदाने की जानकारी : कलेक्टर दीपक सोनी ने राइस मिलर्स की समस्याओं को गंभीरता से सुना और उन्हें बारदाना की स्थिति ऑनलाइन अपलोड करने का निर्देश दिया. इसके तहत मिलर्स को अपने पास उपलब्ध बारदाने की जानकारी ऑनलाइन अपलोड करनी होगी. ताकि इसकी उपलब्धता की सही जानकारी मिल सके. जिससे जरूरत के अनुसार मंडियों में धान खरीदी के लिए उसे भेजा जा सके.
बारदाना की उपलब्धता पर सहमति : बैठक के दौरान राइस मिल एसोसिएशन के सदस्यों ने बारदाना उपलब्ध कराने को लेकर अपनी सहमति जताई. एसोसिएशन का कहना है कि वे जल्द ही उपलब्ध बारदाना को प्रशासन के साथ साझा करेंगे.
शासन से लगातार संवाद हो रहा है और उम्मीद है कि जल्द ही इस पर कोई ठोस निर्णय लिया जाएगा. धान मिलिंग के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी, जिससे किसानों को अपनी उपज को मिलिंग के लिए भेजने में कोई समस्या न हो : दिनेश केडिया, अध्यक्ष, राइस मिल एसोसिएशन
छापेमारी और प्रशासन की सख्ती : प्रशासन ने पिछले दिनों राइस मिलर्स के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की थी, जिसमें कई मिलों से बड़ी संख्या में बारदाना जब्त किया गया. इस कार्रवाई के बाद मिलर्स के साथ बैठक की गई और बारदाना की स्थिति को स्पष्ट करने के लिए कहा गया है. राइस मिलर्स को उनके पास उपलब्ध बारदाने की जानकारी प्रशासन के साथ साझा करने की सहमति बनी है. अब प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि बारदाना का वितरण सही तरीके से हो और धान खरीद में कोई बाधा न आए.
धान मिलिंग की प्रक्रिया को जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा. इसके लिए पंजीकरण प्रक्रिया भी जल्द शुरू की जाएगी. प्रशासन और राइस मिलर्स के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं : दीपक सोनी, कलेक्टर, बलौदाबाजार
राइस मिल एसोसिएशन के सदस्य अब प्रशासन के साथ मिलकर किसानों के लिए एक सुलभ और व्यवस्थित धान खरीदी सुनिश्चित करने काम करेंगे. इससे किसानों को अपनी उपज बेचने में सुविधा होगी. साथ ही पूरे जिले में धान खरीदी की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल सकेगी.