रीवा। रीवा जिले के सिरमौर विधानसभा क्षेत्र स्थित डाभौरा के मझियार गांव के वार्ड क्रमांक 1 में रहने वाले वृद्ध जगदीश कुशवाहा के उस वक्त होश उड़ गए, जब उन्हें पता लगा कि वह कागजों में मर चुके हैं. दरअसल, जगदीश कुशवाहा को हर माह मिलने वाली वृद्धावस्था पेंशन बंद हो गई है. जगदीश कुशवाहा डाभौर नगर परिषद पहुंचे और जानकारी जुटाई तो पता लगा कि उसे सरकारी कागजों में ही मार दिया गया. इस घटनाक्रम से अब वृद्ध जगदीश कुशवाहा हैरान और परेशान हैं.
दफ्तरों के चक्कर काटकर परेशान हो गए बुजुर्ग
पीड़ित जगदीश कुशवाहा खुद को जिंदा साबित करने के लिए सरकारी दफ्तरों में अफसरों के चक्कर लगाते रहे. लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई. जगदीश बताते हैं "करीब 3 साल पहले 2021 में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था, जिसकी जानकारी उन्हें अब हुई. जब वह वृद्धा पेंशन की जानकारी लेने नगर परिषद कार्यालय डभौरा पहुंचे तो कर्मचारी ने बताया कि मृत होने के कारण उनकी वृद्धा पेंशन बंद हो गई है. इसके बाद से वृद्ध लगातार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटते रहे हैं."
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एसडीएम ने बुजुर्ग की शिकायत को गंभीरता से लिया
पीड़ित का कहना है कि दफ्तरों में अब कर्मचारी कहते हैं कि पैसे खर्च करो तो तुम्हारा काम हो जाएगा. जगदीश कुशवाहा का कहना है "उनकी आर्थिक स्थिति खराब है. वह पढ़े-लिखे भी नहीं हैं, जिसका फायदा सरकारी दफ्तर में बैठे लोग उठाना चाहते हैं." इसके बाद एसडीएम पीयूष भट्ट पीड़ित जगदीश कुशवाहा के घर पहुंचे और पूरी जानकारी जुटाई. दोषियों के विरुद्ध जल्द से जल्द कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. एसडीएम पीयूष भट्ट का कहना है "जगदीश कुशवाहा को योजनाओ का लाभ मिल सके, इसकी प्रक्रिया शुरू की जा रही है."