नालंदा: बिहार के नालंदा के कतरीसराय प्रखंड अंचलाधिकारी की गाड़ी में आगजनी मामले में नया खुलासा हुआ है. राजगीर डीएसपी सुनील कुमार सिंह ने कतरीसराय थानाध्यक्ष सत्यम तिवारी, एफएसएल व डॉग स्क्वायड की मदद से आरोपी का पता लगाते हुए गिरफ्तार कर लिया है. पिछले शनिवार कि देर रात कतरीसराय सीओ धीरज प्रकाश के सरकारी आवास में खड़े चार पहिया वाहन को विजय दशमी के दिन आग लगाने का मामला सामने आया था.
किसने जलाई सीओ की गाड़ी: बता दें कि अज्ञात द्वारा कार जलाए जाने की घटना से आम लोग भयभीत हो गए थे. इसकी जांच जब राजगीर डीएसपी सुनिल कुमार के नेतृत्व में वीडियो फुटेज, एफएसएल टीम और स्वान दस्ता के द्वारा सभी बिंदुओं पर बारीकी से जांच की गई. जिसमें पता चला कि गाड़ी जलाने वाला कोई और नहीं राजस्व कर्मचारी सह प्रभारी अंचल निरीक्षक ही है.
क्यों जलाई सीओ की गाड़ी: प्रभारी अंचल निरीक्षक को हिरासत में लेकर जब पुलिस ने पूछताक्ष शुरू की तो उसने अपना अपराध कबूल कर लिया. आरोपी दरवेशपुरा पंचायत का राजस्व कर्मचारी है. सूत्रों से पता चला कि पिछले दिनों मुंशी पैन में डुबने से जब बच्चे कि मौत हुई थी, तो उस दिन ये कतरीसराय से गायब थे. उसके बाद आने पर सीओ ने फटकार लगाई थी. वहीं ये राजस्व कर्मचारी की पूर्व से भी विवादित रहा है. इनका सिलाव और इस्लामपुर में भी मारपीट और गाली गलौज का आरोप रहा है.
राजस्व कर्मचारी इस बात से था आक्रोशित: इस संबंध में थानाध्यक्ष सत्यम तिवारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी कि पहचान रंगी यादव के पुत्र सतेंद्र प्रसाद के रूप में हुई है. यह साकिन इब्राहिम पुर थाना काको जिला जहानाबाद का रहने वाला है. ये वर्तमान में कतरीसराय अंचल में राजस्व कर्मचारी के पद पर कार्यरत है. पूछताछ के क्रम में उसके द्वारा बताया गया कि काफी दिनों से काम का प्रेसर और छुट्टी नहीं मिलने पर सीओ से नोंक-झोंक होने हुई थी. जिसकी वजह से उसने घटना को अंजाम दिया.
"राजस्व कर्मचारी लंबे समय से काम का प्रेसर और छुट्टी नहीं मिलने से परेशान था. इसे लेकर उसकी सीओ से नोंक-झोंक भी हुई थी. जिस वजह से सबक सिखाने के लिए उसने सीओ के आवासीय परिसर में खड़ी चर पहिया वाहन को आग लगा दिया था."-सत्यम तिवारी, थानाध्यक्ष
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