मुजफ्फरपुर: वलसाड-मुजफ्फरपुर श्रमिक एक्सप्रेस में लगी आग बुझाने के दौरान अग्निशमन यंत्र ब्लास्ट हो गया था. इस घटना में मरे आरपीएफ जवान विनोद कुमार की मौत में फायर बिग्रेड ने अपनी रिपोर्ट रेलवे को सौंप दी है. इस रिपोर्ट में अग्निशमन यंत्र को 12 साल से अधिक पुराना बताया गया है. फायर ब्रिगेड के अधिकारी विनय प्रसाद सिंह ने बताया कि अग्निशमन सिलेंडर का कोरल लाइफ सिर्फ छह साल होता है, लेकिन ये सिलेंडर 12 साल से पहले का था.
"प्रत्येक साल इसकी रिफिलिंग की जाती है, जो श्रमिक एक्सप्रेस से मिले अग्निशमन यंत्र में विभिन्न पाया गया. इस रिपोर्ट से गुजरात के वलसाड जंक्शन के सी एंड डब्ल्यू विभाग की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है."-विनय प्रसाद सिंह, फायर ब्रिगेड अधिकारी
आउटडेटेड था अग्निशमन यंत्र: इधर रेलवे की उच्च स्तरीय जांच टीम भी मामले की रिपोर्ट सौंप सकती है. टीम जांच के बाद अपनी रिपोर्ट तैयार करने में जुटी है. पुलिस की जांच में भी सिलेंडर आउटडेटेड पाया गया है. श्रमिक एक्सप्रेस की एस आठ बोगी को मुजफ्फरपुर जंक्शन के यार्ड स्थित सीक लाइन पर रखा गया है. जांच पूरी होने तक उसे मुजफ्फरपुर यार्ड में ही रखा जाएगा.
सिलेंडर से मिटा सप्लायर का नाम: रेल पुलिस ने मंगलवार को जब्त सिलेंडर पर अंकित निर्माण तिथि, कंपनी, एक्सपायर होने की तारीख, सप्लायर का नाम आदि को कलमबद्ध किया है. हालांकि यहां अधिकतर सिलेंडर पर सप्लायर, कंपनी का नाम मिटा हुआ पाया गया. वहीं रेल पुलिस एफएसएल टीम द्वारा एकत्र सैंपल को आरएफएसएल लैब भेजने के लिए बुधवार को एसडीओ पूर्वी के कोर्ट में अर्जी देगी. अनुमति मिलने के बाद उसे लैब भेजा जाएगा.
रिफिलिंग एजेंसी को किया जाएगा ब्लैक लिस्टेड: रेलवे अग्निशमन यंत्र को रिफिल करने वाली एजेंसी को ब्लैकलिस्टेड करने की कवायद में जुट गया है. सभी एजेंसियों की रिपोर्ट मिलने पर वलसाड जंक्शन को पत्र भेजा जाएगा. रेल थाना मुजफ्फरपुर पुलिस वलसाड जंक्शन के सी एंड डब्ल्यू विभाग से अग्निशमन यंत्र का ब्योरा मांगेगा. इसके लिए रेल एसपी के माध्यम से गुजरात रेल पुलिस को पत्र भेजा जाएगा.
ओवर हीटिंग से बैटरी में लगी थी आग: श्रमिक एक्सप्रेस में ओवर हीटिंग से बैटरी में आग लगी थी. बैटरी बॉक्स शौचालय के नीचे लगा था, जिसे बुझाने के दौरान अग्निशमन यंत्र के विस्फोट में जवान की मौत हो गयी थी. रेलवे की टीम ने अपनी जांच में यह बात कही है. टीम का कहना है कि वह अपनी रिपोर्ट मुख्यालय को सौंपेगी.