मेरठ: 30 साल पहले सोफिया कॉलेज की रिटायर्ड टीचर की मंगलवार को सड़ी हुई लाश मिली. कमरे में बदबू आने पर पड़ोसियों ने थाना सदर पुलिस को सूचना दी. थाना सदर पुलिस मौके पर पहुंची और घर का ताला तोड़ा. बेड पर लाश पड़ी हुई थी और चूहे लाश को नोच रहे थे. लाश बुरी तरह सड़ने की वजह से बदबू आ रही थी. जब परिवार के लोगों से सम्पर्क किया गया तो यूएसए में रह रहे भतीजों ने कहा कि उनके पास टाइम नही है. वह अंतिम संस्कार के लिये रुपये ट्रांसफर कर देंगे.
6 फरवरी को सोतीगंज में रिटायर टीचर कमल सरीन उम्र 90 वर्ष पुत्री स्वर्गीय देवीलाल सरीन की लाश मिली. बुधवार को शहर में रहने वाले रिश्तेदारों ने शव का अंतिम संस्कार ब्रजघाट पर किया. उनके भतीजे मनु के ससुराल वालों ने कमला सरीन का अंतिम संस्कार किया. सोतीगंज निवासी कमल सरीन अपने घर में अकेली रहती थीं. 30 साल पहले कमल सरीन सोफिया कॉलेज से शिक्षक के रूप में रिटायर हो चुकी थीं. हाल ही में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में एग्जाम के लिये उन्हें बुलाया जाता था. सूचना मिलने पर थाना सदर पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की.
पुलिस जांच में पता लगा कि लाश 10 दिन पुरानी है. मौत किसी बीमारी के कारण हुई. पुलिस ने कमल सरीन के यूएसए निवासी भतीजे मनु ओर दिल्ली निवासी भतीजे सीए संजीव सरन ने उनकी मौत की जानकारी दी. संजीव सरीन ने कहा कि उसके पास अंतिम संस्कार का समय नही है. वो यहां नही आ सकते है और अंतिम संस्कार का खर्चा पेटीएम के जरिये ट्रांसफर कर देंगे. यूएसए में रहने वाले भतीजे मनु सरन ने भी अंतिम संस्कार को लेकर भारत आने से मना कर दिया.
मनु ने कहा कि उसके पास इंडिया आने का समय नहीं है और वो अभी नहीं आ सकते हैं. मनु ने रेलवे रोड निवासी अपने साले जतिन ओर उसकी पत्नी बरखा कपूर को भेजा. दोनों ने अंतिम संस्कार कराया. बरखा ने बताया कि कमल सरीन अविवाहित थीं. उन्होंने अपने दो छोटे भाइयों की जिम्मेदारी उठाने के लिये शादी नही की. जांच में पता चला कि कमला सरीन अपने पास कोई मोबाइल नहीं रखती थीं. पिछले 10 सालों से उनकी उनके भतीजे मनु ओर संजीव की बातचीत नहीं हो रही थी. कमला सरीन चार भाई रामपाल, वीरपाल, हरपाल, सरवर पाल की बहन थीं. चारों भाइयो की पहले ही मौत हो चुकी थी. बड़े भाई रामपाल IAS थे.
कमला सरीन करोड़ों की संपत्ति की मालकिन थीं. पुलिस इस प्रॉपर्टी को सर्च करेगी, ताकि कोई कब्जा न कर सके. कमला सरीन का पूरा परिवार मूल रूप से लखनऊ के रहने वाला है. बाद में पिता देवीलाल लखनऊ से मेरठ आ गये. कमला यहां अकेली रह रही थीं. बाकी भाई के बच्चे दिल्ली और यूएस में रह रहे हैं. थाना सदर पुलिस प्रभारी शशांक सिंह ने कहा कि जांच की जा रही है. शव को पोस्टमार्टम के बाद रिश्तेदारों को सौप दिया गया था. इसके बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया.
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