कानपुर : अंगूर के बीज आमतौर पर कूड़े में फेंक दिए जाते हैं, मगर आपको जानकर हैरानी होगी कि इन बीजों से निकलने वाला तेल भी आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है. इस बात को अपने शोध से साबित कर दिखाया है उत्तर प्रदेश वस्त्र प्रौद्योगिकी संस्थान (यूपीटीटीआई) की एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ. नीलू कांबो ने. शोध में डाॅ. नीलू कांबो का साथ पुणे निवासी डाॅ. सौरभ दुबे ने दिया.
दरअसल, डाॅ. नीलू ने अंगूर के बीजों ( एक प्रकार से इंडस्ट्रियल वेस्ट) से तेल निकाला और फिर उसमें हाइड्रोसोल मिलाकर एक नैनो इमल्शन (एक तरह का घोल) बनाया है. जिसके उपयोग से कपड़े पूरी तरह से बैक्टीरिया मुक्त हो जाएंगे. वहीं आमजन जिस फेश क्रीम, सीरम समेत अन्य कॉस्मेटिक उत्पादों का उपयोग करते हैं उन्हें बनाने में भी अगर इस नैनो इमल्शन का प्रयोग हुआ तो सेहत को जरा सा भी नुकसान नहीं होगा.
डाॅ. सौरभ दुबे ने बताया कि इस नैनो इमल्शन को हमने ऑयल इन वॉटर के रूप में बनाया है. जिसमें साल्वेंट के स्थान पर पानी और सर्फेक्टेंट के स्थान पर फार्मा इंडस्ट्री में प्रयोग होने वाले 10 प्रतिशत सर्फेक्टेंट को ही मिलाया. अंगूर के बीजों से जो तेल निकला, उसमें एंटी बैक्टीरियल व एंटी फंगल एक्टिविटी रिपोर्टेड रही. इसलिए हम ठोस दावे के साथ कह सकते हैं कि जो नैनो इमल्शन बना वह पूरी तरह से प्राकृतिक है. एंटी कैंसर व एंटी एजिंग है. इसे फूड प्रॉसेसिंग, फूड पैकेजिंग, फार्मा, वस्त्रोद्योग, कॉस्मेटिक इंडस्ट्री में आसानी से उपयोग किया जा सकता है.
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