मिर्जापुर : जिले में वन विभाग की जमीन पर चर्च बनाकर धर्मांतरण को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ प्रशासन ने कार्रवाई की है. प्रशासन ने बुलडोजर से चर्च को ध्वस्त करा दिया है. बताते हैं कि पिछले कई वर्षों से इस चर्च के जरिए भोले-भाले लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था. शिकायत पर जब जांच की गई तो जमीन वन विभाग की निकली. चर्च को नोटिस दिया गया लेकिन कोई जवाब नहीं आया. जिसके बाद प्रशासन ने अवैध रूप से बने चर्च को गिरा दिया. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक धर्मांतरण कराने वाले इस तरह के और सेंटरों पर भी कार्रवाई होगी.
अहरौरा थाना क्षेत्र के जंगल मोहाल इलाके में वन विभाग की जमीन पर बना चर्च लगभग 8 साल से चर्च संचालित था. पुलिस के मुताबिक आसपास के लोगों को बहला फुसलाकर धर्मांतरण कराए जाने का यहां खेल चल रहा था. जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने स्वतः संज्ञान लेते हुए कानूनी प्रक्रिया शुरू की. उप जिलाधिकारी राजेश कुमार वर्मा और वन विभाग के अधिकारियों को कार्रवाई करने के निर्देश दिया. चुनार उप जिलाधिकारी ने जब जांच की तो सामने आया कि रमाकांत और विनोद नाम के लोगों ने वन विभाग की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर चर्च बना दिया था. इनको पहले नोटिस भेजा गया. कोई जवाब नहीं मिलने पर जिला प्रशासन ने पुलिस बल के साथ मौके पहुंचकर रविवार को अवैध रूप से चल रहे चर्च को जेसीबी लगवाकर ध्वस्त करा दिया.
साथ ही कहा है कि ध्वस्त करने में आया खर्च विनोद कुमार और रमाकांत से वसूला जाएगा. पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने बताया कि शिकायत मिल रही थी कि अवैध रूप से चर्च चल रहा है, जहां पर भोले लोगों का धर्मांतरण कराया जा रहा है. इस मामले में जब मुकदमा दर्ज कर जांच कराई गई तो पता चला कि चर्च वन विभाग की जमीन पर बना हुआ है और नोटिस जब दिया गया तो कोई जवाब नहीं आया. जिसके बाद अब चर्च को ध्वस्त कर दिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.