जयपुर. राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक के मामलों में लगातार कार्रवाई जारी है. एक तरफ एसओजी पेपर लीक के आरोपियों पर लगातार शिकंजा कस रही है. दूसरी तरफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी पेपर लीक के मामलों में बड़े पैमाने पर धन के लेन-देन को लेकर लगातार कार्रवाई कर रही है. अब REET भर्ती में ईडी की एंट्री हुई है. जांच एजेंसी ने REET के जिला कोर्डिनेटर रहे प्रदीप पाराशर पर शिकंजा कसते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया है.
ईडी के अधिकृत सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसी ने REET पेपर लीक मामले में प्रदीप पाराशर को देर रात गिरफ्तार कर विशेष न्यायाधीश के घर पर पेश किया. जहां से प्रदीप पाराशर को तीन दिन के लिए ईडी की रिमांड पर भेजा गया है. अब जांच अधिकारी पूरे मामले को लेकर प्रदीप पाराशर से पूछताछ करने में जुटे हैं.
पेपर लीक का मुख्य सरगना है पाराशर : REET भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में सबसे पहले जिन लोगों पर पेपर लीक के आरोप लगे, प्रदीप पाराशर उनमें से एक है. वह REET का जयपुर जिला कोर्डिनेटर था. उसे जिला कोर्डिनेटर बनाए जाने पर सवाल उठे थे. बाद में जांच में सामने आया कि REET का पेपर जयपुर में स्ट्रॉन्ग रूम से लीक किया गया था. इस पूरे मामले में प्रदीप पाराशर की भूमिका सामने आने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया था. अब ईडी ने भी शिकंजा कसते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया है. REET पेपर लीक मामले में ईडी की ओर से यह पहली गिरफ्तारी है.
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प्रदीप ने रामकृपाल को दिया था पेपर : REET पेपर लीक मामले की एसओजी की जांच में जिला कोर्डिनेटर रहे प्रदीप पाराशर की भूमिका सामने आई थी. इसके बाद एसओजी ने उसे 30 जनवरी 2022 को गिरफ्तार कर लिया था. जांच में सामने आया कि प्रदीप पाराशर के जरिए ही रामकृपाल मीना को पर्चा मिला था, जिसने अपने नेटवर्क के जरिए कई अभ्यर्थियों को पर्चा पढ़वाया. प्रदीप पाराशर के राजनीतिक रसूख भी है. वह पूर्व मंत्री सुभाष गर्ग का करीबी माना जाता है.