चंपावत: जिले में पिछले चार दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से जिले की प्रमुख शारदा नदी उफान पर आ गई है. जिले के सीमांत तराई क्षेत्र टनकपुर और बनबसा में शारदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है. जिस कारण पुलिस ने बनबसा में स्थित भारत नेपाल को जोड़ने वाले शारदा बैराज अंतरराष्ट्रीय पुल को यातायात के लिए बंद कर दिया है. स्थानीय प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है. नदी के जलस्तर पर नजरें बनाए हुए है.
वहीं पुलिस के द्वारा लोगों से भारी बारिश में बाहर न निकलने की अपील की जा रही है. बनबसा बैराज से वर्तमान में लगभग 1 लाख 66 हजार क्यूसेक पानी उत्तर प्रदेश की ओर छोड़ा जा रहा है, जो कि उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, गोंडा और बहराइच जिले की तरफ बढ़ रहा है और वहां बाढ़ की स्थिति उत्पन्न कर सकता है. जिसको ध्यान में रखते हुए शारदा बैराज प्रशासन के द्वारा प्रभावित होने वाले जनपदों के प्रशासन को सूचना दे दी गई है. वहीं स्थानीय प्रशासन द्वारा नदी किनारे बसे आबादी वाले क्षेत्रों को खाली कराए जाने और वहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने हेतु मुनादी कराई जा रही है.
गौर है कि मौसम विभाग ने रविवार के लिए भारी बारिश की संभावना जताई थी. जो कि सही साबित हुई है. प्रदेश के 9 जिलों में बारिश जारी है. कई जिलों में देर रात से बारिश आफत के रूप में बरस रही है. इससे नदी-नाले उफान पर आ चुके हैं. भूस्खलन की घटनाएं भी दर्ज की गई हैं. कई जगह रास्ते भी बाधित हुए हैं. आपदा प्रबंधन विभाग लगातार लोगों की शिकायत पर क्विक रिस्पांस करते हुए कार्रवाई कर रहा है. कुछ स्थानों पर पुल टूटने और मार्ग क्षतिग्रस्त होने की घटनाएं भी दर्ज की गई हैं.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में आफत की बारिश, ऋषिकेश में उफान पर गंगा, काशीपुर में अस्त व्यस्त हुआ जन जीवन