मुंगेर: दीपावली पर पूरे देश में इस समय धूम है. बिहार के एक जिले में भव्य और दिव्य तरीके से ऐतिहासिक दिवाली मनाई गई. बिहार के मुंगेर जिला मुख्यालय से 24 किलोमीटर दूर बरियारपुर प्रखंड के बड़ी दुर्गा महारानी कल्याणपुर के प्रांगण में बुधवार की शाम छोटी दीपावली के मौके ऐतिहासिक दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया इस बार पिछली बार से 1 लाख ज्यादा दीप जलाकर नया रिकॉर्ड बनाया गया.
पिछले वर्ष के तुलना में इस बार एक लाख ज्यादा दीप जले: ग्रामीणों और स्थानीय लोगों के सहयोग से यहां पिछले बार की तुलना में इस बार एक लाख ज्यादा दीप जले. दीपोत्सव पर बड़ी दुर्गा महारानी कल्याणपुर का श्रृंगार किया गया. इस अद्भुत दीपोत्सव को देखने के लिए महिला-पुरुष व बच्चे दूर-दूर से पहुंचे थे.दीपोत्सव को लेकर क्षेत्र के लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला.
गंगा महाआरती में उमड़े लोग: इस बार पिछली बार से 1 लाख ज्यादा दीप जलाकर नया रिकॉर्ड बनाया गया. इस ऐतिहासिक दीपोत्सव का शुभारंभ खगड़िया के सांसद राजेश वर्मा, मुंगेर डीएम अवनीश कुमार सिंह, मुंगेर एसपी सैयद इमरान मसूद, डॉ नीतीश चंद्र दुबे के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित किया गया. दीपोत्सव कार्यक्रम के पूर्व महापंडितों के वैदिक मंत्रोच्चारण के द्वारा गंगा महाआरती की गई.
बिहार का सबसे बड़ा दीपोत्सव: बड़ी दुर्गा मंदिर महरानी कल्याणपुर के प्रांगण में भी 51 हजार दीप जलाए गए, जिसमें एक सौ किलो गाय के घी की व्यवस्था की गई थी. मंदिर प्रांगण से लेकर एनएच-80, की सड़कों तक जाने वाले हर गलियों में लगभग 7 एकड़ की भूमि में 20 हजार लीटर तिल के तेल से 8 लाख 51 हजार दीप जलाकर दीपोत्सव मनाया गया जो राज्य का सबसे बड़ा दीपोत्सव बन गया.
क्षेत्रवासियों ने बढ़चढ़कर लिया हिस्सा : दीपक जलाने के लिए मुंगेर के कई प्रखंड के अलावा अन्य प्रदेशों से आए बड़ी संख्या में श्रद्धालु ने भाग लिया. जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं एवं बच्चे मौजूद थे. दीपोत्सव को लेकर क्षेत्र के लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला, जो निस्वार्थ दीपोत्सव की सफलता के लिए अपना सहयोग दे रहे थे.
तिल या सरसो तेल से दीप जलाने की अपील: इस अवसर पर डॉ नीतीश चंद्र दुबे ने देशवासियों से अपील करते हुए कहा कि दीवाली पर अपने घरों में दीप जलाने के लिए केरोसिन तेल का इस्तेमाल नहीं करें, क्योंकि उससे वातावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. जहां तक हो सके दीप जलाने के लिए तिल या फिर सरसों तेल का प्रयोग करें. लाखों दीये को जलाने में कल्याणपुर के ग्रामीण, यूथ क्लब कल्याणपुर, काली पूजा समिति, बड़ी दुर्गामंदिर समिति के सदस्यों ने सक्रिय भूमिका निभाई.
दीपोत्सव कार्यक्रम में बना नया रिकॉर्ड: बताते चलें कि दीपोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत वर्ष 2019 में 1 लाख, वर्ष 2020 में 2 लाख 51 हजार, वर्ष 2021 में 5 लाख दीप जलाकर भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया जा चुका है. जिसके बाद वर्ष 2022 में 6 लाख,वर्ष 2023 के 7 लाख 51 हज़ार दीप जलाकर राज्य का सबसे बड़ा दीपोत्सव मनाया गया था. वहीं इस बार 8 लाख 51 हज़ार दीप जलाकर राज्य का सबसे बड़ा दीपोत्सव मनाया गया.
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