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सरगुजा में इस साल हुई रिकॉर्ड तोड़ बारिश - Record breaking rain in Surguja

सरगुजा में इस साल रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है. मानसून खत्म होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं फिर भी बारिश सरगुजा में औसत से 100 फीसद अधिक हो चुकी है.

Record breaking rain in Surguja
सरगुजा में भारी बारिश (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Sep 16, 2024, 8:11 PM IST

सरगुजा: छत्तीसगढ़ से जल्द ही मानसून की विदाई होने वाली है. 1 जून से 30 सितंबर के समय को मानसूनी समय माना जाता है. इस बीच सरगुजा में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है. आंकड़ों की बात करें तो 1 जून से 16 सितंबर की सुबह तक अम्बिकापुर में 1271.2 मिमी वर्षा हो चुकी है, जो कि औसत वर्षा 1211 मिमी से आगे जा चुकी है. यानी कि सरगुजा में वर्षा औसत से 100 फीसदी से अधिक हो चुकी है. वहीं, मानसून खत्म होने में अब 14 दिन बचे हैं.

"इस बार मानसून कुछ देर से आया था. बावजूद जून में कम बारिश हुई. जून में मात्र 115.8 मिमी वर्षा हुई. मॉनसून के लिहाज से उत्तर भारत मे जुलाई का महीना आदर्श माना जाता है. उत्तर भारत में जुलाई में सर्वाधिक वर्षा होती है. दूसरा आदर्श महीना अगस्त में भी औसत से कम वर्षा हुई है, लेकिन सितंबर में अम्बिकापुर में मानसून प्रबल रहा और लगतर 4 अवदाब क्षेत्र बना. ओडिशा से होते हुए उत्तरी छत्तीसगढ़ के ऊपर से गुजरी. साल 2016 के बाद सर्वधिक वर्षा थी." -अक्षय मोहन भट्ट, मौसम वैज्ञानिक

एक नजर आंकड़ों पर: मौसम विभाग के आंकड़ों की मानें तो मानसून अवधी में अम्बिकापुर की औसत वर्षा 1211 मिमी होती है. ये औसत पिछले 50 साल की वर्षा का है. इसके अनुसार इस साल 100 फीसद से अधिक वर्षा हुई है. अम्बिकापुर में साल 1969 से साल 2023 तक 19 बार औसत से अधिक वर्षा दर्ज की गई है. साल 2024 में एक बार फिर सर्वाधिक वर्षा हुई है. इससे पहले साल 2016 में 1331.6 मिमी वर्षा और साल 2017 में 1383.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी. अब 7 साल बाद अम्बिकापुर में 100 फीसद से अधिक वर्षा हुई है.

"सितंबर में 16 तारीख तक 189.7 हुई है, जबकी औसत वर्षा 223 है, जबकी 14 दिन का समय अभी शेष है. औसत से अधिक वर्षा दर्ज हो चुकी है. इस बार का मानसून कृषि और जल संवर्धन, जलवायु के अनुकूल है. इस साल पूरे भारत में मानसून ब्रेक नहीं हुआ है. लगातार मानसून सक्रिय है. वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में बना अवदाब क्षेत्र बना हुआ था, वो उत्तर छत्तीसगढ़ के ऊपर से जा रहा है, जिस कारण 2 दिन से रुक-रुक कर अच्छी वर्षा हो रही है. अगले 24 घंटे तक सक्रिय रहने की संभावना जताई गई है." -अक्षय मोहन भट्ट, मौसम वैज्ञानिक

औसत से अधिक हुई बारिश: इस बार मानसून में दर्ज बारिश पर गौर करें तो जून में 221.1 मिमी वर्षा औसत होनी चाहिए थी, जो 115.8 मिमी हुई. जुलाई में 398.1 में से 369.8 मिमी वर्षा हुई. अगस्त में 368.9 में से 595.9 वर्षा हुई. अगस्त माह में अम्बिकापुर में सर्वाधिक वर्षा हुई है. सितंबर में 223.0 औसत वर्षा मे से 189.7 वर्षा हुई है और अभी मानसून खत्म होने में 14 दिन बाकी हैं.

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"इस बार मानसून कुछ देर से आया था. बावजूद जून में कम बारिश हुई. जून में मात्र 115.8 मिमी वर्षा हुई. मॉनसून के लिहाज से उत्तर भारत मे जुलाई का महीना आदर्श माना जाता है. उत्तर भारत में जुलाई में सर्वाधिक वर्षा होती है. दूसरा आदर्श महीना अगस्त में भी औसत से कम वर्षा हुई है, लेकिन सितंबर में अम्बिकापुर में मानसून प्रबल रहा और लगतर 4 अवदाब क्षेत्र बना. ओडिशा से होते हुए उत्तरी छत्तीसगढ़ के ऊपर से गुजरी. साल 2016 के बाद सर्वधिक वर्षा थी." -अक्षय मोहन भट्ट, मौसम वैज्ञानिक

एक नजर आंकड़ों पर: मौसम विभाग के आंकड़ों की मानें तो मानसून अवधी में अम्बिकापुर की औसत वर्षा 1211 मिमी होती है. ये औसत पिछले 50 साल की वर्षा का है. इसके अनुसार इस साल 100 फीसद से अधिक वर्षा हुई है. अम्बिकापुर में साल 1969 से साल 2023 तक 19 बार औसत से अधिक वर्षा दर्ज की गई है. साल 2024 में एक बार फिर सर्वाधिक वर्षा हुई है. इससे पहले साल 2016 में 1331.6 मिमी वर्षा और साल 2017 में 1383.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी. अब 7 साल बाद अम्बिकापुर में 100 फीसद से अधिक वर्षा हुई है.

"सितंबर में 16 तारीख तक 189.7 हुई है, जबकी औसत वर्षा 223 है, जबकी 14 दिन का समय अभी शेष है. औसत से अधिक वर्षा दर्ज हो चुकी है. इस बार का मानसून कृषि और जल संवर्धन, जलवायु के अनुकूल है. इस साल पूरे भारत में मानसून ब्रेक नहीं हुआ है. लगातार मानसून सक्रिय है. वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में बना अवदाब क्षेत्र बना हुआ था, वो उत्तर छत्तीसगढ़ के ऊपर से जा रहा है, जिस कारण 2 दिन से रुक-रुक कर अच्छी वर्षा हो रही है. अगले 24 घंटे तक सक्रिय रहने की संभावना जताई गई है." -अक्षय मोहन भट्ट, मौसम वैज्ञानिक

औसत से अधिक हुई बारिश: इस बार मानसून में दर्ज बारिश पर गौर करें तो जून में 221.1 मिमी वर्षा औसत होनी चाहिए थी, जो 115.8 मिमी हुई. जुलाई में 398.1 में से 369.8 मिमी वर्षा हुई. अगस्त में 368.9 में से 595.9 वर्षा हुई. अगस्त माह में अम्बिकापुर में सर्वाधिक वर्षा हुई है. सितंबर में 223.0 औसत वर्षा मे से 189.7 वर्षा हुई है और अभी मानसून खत्म होने में 14 दिन बाकी हैं.

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