रुद्रप्रयाग: केदारनाथ पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चरों की आवाजाही शुरू हो गई है. भैरव गदेरे में हिमखंड टूटने से बंद हुआ सौ मीटर पैदल मार्ग को 50 मजदूरों ने कड़ी मेहनत से खोल दिया है. यहां दस फीट तक बर्फ हटाकर रास्ता बनाया गया है, जिसके बाद पुनर्निर्माण कार्यों के लिए लोनिवि गुप्तकाशी के 160 मजदूर भी धाम भी पहुंच गए हैं. जबकि घोड़ा-खच्चरों से केदारनाथ धाम में डीजल पहुंचाया जा रहा है.
गौर हो कि आगामी दस मई को बाबा केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ के लिए खोल दिए जायेंगे. ऐसे में जिला प्रशासन स्तर से तैयारियों को गति दी जा रही है, जिससे यात्रा शुरू होने पर देश-विदेश से बाबा के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं को हर सुविधा मिल सके. केदारनाथ यात्रा तैयारियों में मौसम भी दिक्कतें पैदा कर रहा है. बीते दिनों गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग के भैरव गदेरे में हिमखंड टूटने से बंद हुए पैदल मार्ग को खोल दिया गया है. बता दें कि केदारनाथ धाम समुद्रतल से 11,750 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, जहां पर कोई भी कार्य करना आसान नहीं है. बीते दो सप्ताह से यहां मौसम का मिजाज भी बिगड़ा हुआ है. यहां आए दिन दोपहर बाद बर्फबारी हो रही है, जिससे यहां रह रहे मजदूरों एवं कर्मचारियों के सामने दिक्कतें पैदा हो रही हैं.
वहीं अधिशासी अभियंता लोनिवि गुप्तकाशी विनय झिंक्वाण ने बताया कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चरों की आवाजाही शुरू हो गई है. केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्यों को लेकर मजदूरों को भेजा गया है. उन्होंने बताया कि केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य प्रारंभिक तौर पर शुरू कर दिए गए हैं. यहां, अलग-अलग स्थानों पर बर्फ हटाकर आवाजाही सुचारू की जा रही है. साथ ही मशीनों के संचालन के लिए घोड़ा-खच्चरों से डीजल भी धाम पहुंचाया जा रहा है.