रांची: कैश कांड में फंसे ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम की गिरफ्तारी पर सियासत तेज हो गई है. बीजेपी ने इस बहाने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि यह तो शुरुआत है, अभी झारखंड सरकार की पूरी कैबिनेट की पोल खुलना बाकी है.
भाजपा प्रदेश कार्यालय में राज्यसभा सांसद और पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने मीडियाकर्मियों के द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि देश में भ्रष्टाचार को एकदम बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. भ्रष्टाचार करने वाले सलाखों के पीछे जरूर होंगे. उन्होंने कहा कि इस मामले में राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री सह कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ही नहीं बल्कि कई सफेदपोश शामिल हैं. जिस तरह से उनके आप्त सचिव और उनके नौकर के आवास से करोड़ों रुपये कैश बरामद हुए उससे उनकी भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता. दीपक प्रकाश ने कहा कि ईडी पूछताछ में अपने को क्यों नहीं बेगुनाह साबित कर सके आलमगीर आलम. भाजपा पहले से ही कहती आ रही है कि भ्रष्टाचार में यह सरकार आकंठ डूबी हुई है.
मोदी सरकार के ताबूत में आखिरी कील-कांग्रेस
वहीं, इस मामले में कांग्रेस के प्रदेश महासचिव और मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने वीडियो क्लिपिंग जारी कर कहा कि उनके नेता आलमगीर आलम की बिना किसी ठोस सबूत के आज हुई गिरफ्तारी एक राजनीतिक गिरफ्तारी है. राकेश सिन्हा ने कहा कि ED द्वारा आज की कार्रवाई, मोदी सरकार के ताबूत में आखिरी कील साबित होगी.
तानाशाही की सरकार में कुछ भी संभव, काली रात की सुबह जरूर होगी- झामुमो
कांग्रेस विधायक दल के नेता एवं झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम की हुई गिरफ्तारी पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति सदस्य और प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि दिल्ली में बैठी केंद्र की तानाशाह सरकार के राज में कुछ भी मुमकिन है. परंतु इस काली अंधेरी रात की सुबह जरूर होगी. झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता ने कहा कि 04 जून को जब लोकसभा चुनाव के नतीजे आएंगे तब नरेंद्र मोदी सरकार की विदाई के साथ इस काली रात की भी विदाई हो जाएगी और एक नई सुबह होगी. जिसमें भारतीय संविधान के अनुसार एक लोक कल्याणकारी सरकार केंद्र में बनेगी.
राज्य की जनता वोट का चोट देकर गिरफ्तारी का हिसाब लेगी- राजद
झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम की ED द्वारा गिरफ्तारी पर झारखंड राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष अनिता यादव ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कोई नई बात नहीं है. चुनाव के बीच जिस तरह से आलमगीर आलम की गिरफ्तारी हुई है उससे साफ जाहिर है कि ED की कार्रवाई केंद्र के इशारे पर की गई है. जो भी विपक्ष के नेता भाजपा में शामिल हो जाते हैं, वह वाशिंग मशीन में धुल कर बेदाग जो जाते हैं. जो भाजपा की तानाशाही के सामने नहीं झुकते, उन्हें इसी तरह परेशान किया जाता है. अनिता यादव ने कहा कि राज्य की जनता यह सब समझ रही है और चुनाव में राज्य के बाकी बचे तीन चरणों में मुकम्मल हिसाब वोट के माध्यम से लेगी. आलमगीर आलम बेदाग साबित होंगे.
आलमगीर आलम का मंत्री पद जाना तय, ईडी ने पूछताछ के बाद किया गिरफ्तार
कैश कांड में फंसे चंपई सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को दो दिनों तक पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने आज 15 मई को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद यह तय हो गया है कि आलमगीर आलम को मंत्री पद से हाथ होना पड़ेगा. आलमगीर आलम न केवल चंपाई सरकार बल्कि हेमंत सरकार में नंबर दो स्थान पर माने जाते थे. ग्रामीण विकास विभाग के साथ-साथ संसदीय कार्य मंत्री की भी जिम्मेदारी वे संभाल रहे थे. कांग्रेस विधायक दल के नेता के रूप में आलमगीर आलम की पहचान पार्टी के अंदर अलग रूप में थी. जाहिर तौर पर गिरफ्तारी के बाद पार्टी के अंदर भी उनके विरोधी मुखर होंगे.
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