रतलाम: मध्य प्रदेश की रतलाम पुलिस इन दिनों जिले के कबाड़खानों की सघन चेकिंग अभियान में जुटी हुई है. हर थाना क्षेत्र की टीम कबाड़खानों में जाकर वहां पड़े सामान की जांच कर रही है. दरअसल, इस अभियान की वजह, जिले में लगातार हो रही चोरी और चोरी के सामान की खरीद-फरोख्त है. रतलाम एसपी अमित कुमार के निर्देश पर सभी थाना क्षेत्र में यह अभियान चलाया जा रहा है. जिसमें कबाड़खानों में रखे सामान की जांच के साथ ही कबाड़खाना संचालकों को खरीदे और बेचे गए सामान का रजिस्टर मेंटेन करने, सीसीटीवी कैमरा लगाने और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक सामग्री नहीं रखने के निर्देश दिए गए हैं.
100 से अधिक कबाड़खानों की हो चुकी है जांच
गौरतलब है कि छोटी-मोटी चोरी से लेकर वाहनों की चोरी के मामलों में चोरी का सामान अक्सर कबाड़ में बेच दिया जाता है. इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए रतलाम पुलिस ने विशेष अभियान चला कर जिले में चल रही कबाड़ की दुकानों का डाटा तैयार किया है. सभी प्रमुख कबाड़खाना संचालकों की मीटिंग लेकर पुलिस अधिकारियों ने उन्हें समझाइश दी है कि वह चोरी का माल नहीं खरीदें. वहीं, ज्वलनशील, विस्फोटक अथवा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक सामान की खरीदारी और स्टोरेज में भी सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है. इस अभियान के अंतर्गत अभी तक 100 से अधिक कबाड़ खानों का निरीक्षण किया गया जा चुका है.
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कबाड़खाना संचालकों को दिए गए कई निर्देश
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा ने बताया कि "इससे चोरी के मामलों में कमी भी आएगी और पूर्व में हुई वारदातों के खुलासे में भी मदद मिल सकेगी. दुकान संचालकों को समझाइए दी गई है कि किसी भी प्रकार के संदिग्ध या चोरी के समान खरीदने-बेचने वालों की जानकारी रजिस्टर में रिकॉर्ड रखें, जिसमें उसका नाम, पता आदि का विवरण हो. गोदाम पर सीसीटीवी कैमरे इस प्रकार लगाना सुनिश्चित करें कि कबाड़ खरीदने-बेचने आने वाला व्यक्ति सामान सहित कैमरे में दिखाई दे. किसी भी प्रकार के संदिग्ध द्वारा सामान बेचने आने पर तुरंत इसकी सूचना पुलिस थाने को दें." साथ ही पर्यावरण प्रदूषण मानकों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं.