रतलाम। रतलाम जिले के टूंगड़ी गांव में लोगों ने मजदूरी कर लौट रहे एक युवक को चोर समझ लिया. इसके बाद गांव के लोग उस पर टूट पड़े. ग्रामीणों ने मजदूर को नीम के पेड़ से बांध दिया और लाठी-डंडों से पिटाई की. मजदूर को गंभीर चोटें आई हैं. हैरान करने वाला पहलू यह है कि यह घटना थाने के एक पुलिसकर्मी की आंखों के सामने घटी. लेकिन उसने ग्रामीणों को ऐसा करने से नहीं रोका. इस दौरान ग्रामीण लाठी-डंडों से मजदूर को पीटते रहे. मजदूर का एक पैर फ्रैक्चर हो गया है.
घायल मजदूर के पास इलाज कराने के लिए पैसे तक नहीं
दुखद बात ये है कि मजदूर का परिवार इतना गरीब है कि उनके पास इलाज करवाने के लिए पैसे भी नहीं हैं. उसे गंभीर हालत में घर पर ही रखा हुआ है. घटना का वीडियो वायरल होने के बाद ताल थाना पुलिस ने इस मामले में प्रकरण दर्ज किया है. मारपीट का शिकार हुआ मजदूर युवक नासीरगंज गांव का रहने वाला है. वह 16 सितंबर की रात गुजरात से मजदूरी कर ताल से पैदल अपने गांव आ रहा था. रास्ते में उसके पीछे कुत्ते पड़ गए. इस वजह से वह दौड़ लगाता हुआ टुंगड़ी गांव में गया.
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पुलिस ने 4 लोगों के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज किया
गांव में मजदूर के पहुंचते ही दशरथ सिंह और धर्मेंद्र सिंह ने चोरी के शक में उसे रोक लिया और नीम के पेड़ से बांधकर पिटाई करने लगे. गांव के अन्य लोगों ने भी उसके साथ जमकर मारपीट की. इसी दौरान एक पुलिसकर्मी भी वहां पहुंचा. उसके सामने भी युवक की पिटाई होती रही. सूचना मिलने पर मजदूर के पिता और अन्य लोग मौके पर पहुंचे और उसे अस्पताल ले गए जहां से उसे जिला अस्पताल रतलाम रेफर कर दिया गया. जिला अस्पताल में उपचार के बाद परिजन उसे ले गए. घायल युवक सुध-बुध खो चुका है. पुलिस ने दो नामजद और दो अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया है. इस मामले में रतलाम पुलिस अधीक्षक अमित कुमार का कहना है "घटना की जांच कर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं."