रतलाम। रतलाम के मेडिकल कॉलेज में बीती गुरुवार रात औद्योगिक थाना पुलिस ने अवैध शराब से भरी एक कार जब्त की है. मेडिकल कॉलेज के रिहायशी ब्लॉक की पार्किंग में खड़ी इस कार में लाखों रुपए की अवैध शराब रखी हुई थी. स्थानीय मेडिकल कॉलेज प्रबंधन से मिली सूचना पर औद्योगिक थाना पुलिस ने पहुंच कर कार की तलाशी ली तो उसमें पूरी कार अवैध शराब की पेटियों से भरी हुई दिखी. पुलिस ने कार मालिक प्रिंस टैंक को मेडिकल कॉलेज परिसर से ही गिरफ्तार किया है.
रिहायशी बिल्डिंग की पार्किंग में खड़ी थी कार
औद्योगिक थाना पुलिस ने 60 पेटी देशी मदिरा और जो पेटी बियर सहित टाटा नेक्सोन कार जब्त कर आरोपी के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर लिया है. यह शराब कहां से लाई गई थी और किस सप्लाई की जाना थी, पुलिस इसकी जांच में जुटी है. दरअसल जहां से शराब जब्त हुई है वह डॉक्टरों का रिहायशी क्षेत्र हैं. डॉक्टरों की रिहायशी बिल्डिंग की पार्किंग में यह संदिग्ध कार खड़ी हुई थी. इसी दौरान डॉ. शैलेंद्र डाबर गुरुवार रात अपनी कार 202 नंबर के पार्किंग में पार्क करने पहुंचे तो वहां पहले से ही एक कार खड़ी थी जो कवर से ढंकी हुई थी.
कार से भारी मात्रा में शराब जब्त
कार के पास से शराब की तेज दुर्गंध आने पर डॉ. डाबर ने मेडिकल कॉलेज प्रबंधन और स्थानीय पुलिस चौकी को इसकी जानकारी दी. मौके पर पहुंची औद्योगिक थाना पुलिस ने पार्किंग से अवैध शराब से भरी कार जब्त की है. कार की तलाशी लेने पर उसमें 60 पेटी देशी शराब , 7 पेटी पॉवर कम्पनी की बियर, 2 पेटी हंटर कम्पनी की बियर मिली. जब्त की गई अवैध शराब और कार की कीमत करीब 10 लाख रुपए बताई जा रही है. औद्योगिक थाने के टीआई राजेंद्र वर्मा का कहना है कि ''पुलिस ने कार मेडिकल कॉलेज की पार्किंग में छुपाने वाले आरोपी प्रिंस टांक को गिरफ्तार किया है. मामले में उससे पूछताछ की जा रही है. कुछ दिन पूर्व ही इस युवक का पिता बसंती लाल भी शराब के मामले में गिरफ्तार हो चुका है.''
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आखिर क्यों लाई गई थी शराब
बहरहाल बड़ा सवाल यह है कि यह अवैध शराब मेडिकल कॉलेज परिसर में छुपाने के लिए लाई गई थी या यहां रहने वाले सैकड़ों मेडिकल छात्रों और जूनियर डॉक्टरों को नशे का शिकार बनाने के लिए सप्लाई की गई थी. फिलहाल औद्योगिक थाना पुलिस गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ कर इसका खुलासा करने में जुटी हुई है.