झाबुआ। लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए गुरुवार को नामांकन जमा करने की अंतिम तारीख थी. कलेक्ट्रेट में सीएम मोहन यादव का बीजेपी नेता बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. घंटों का समय निकलने के बाद अब नामांकन जमा होने में कुछ मिनट ही बाकी थे. निर्धारित समय 3 बजने में 1 मिनट का ही समय बाकी था ऐसे में बीजेपी नेताओं की धड़कनें तेज होती जा रहीं थीं कि अचानक तेज कदमों से चलते हुए सीएम मोहन यादव 2 बजकर 59 मिनट पर जिला निर्वाचन अधिकारी के दफ्तर में दाखिल हुए तब कहीं जाकर बीजेपी के नेताओं ने राहत की सांस ली. यदि एक मिनट की भी देरी हो जाती तो जिला निर्वाचन अधिकारी का कार्यालय बंद हो जाता और नामांकन जमा नहीं हो पाता.
नामांकन से पहले होनी थी सीएम की सभा
झाबुआ लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी अनीता चौहान के नामांकन का समय तय था. दरअसल भाजपा ने इस तरह से कार्यक्रम तय किया था कि पहले बस स्टैंड पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की सभा हो जाए और इसके पश्चात वे रोड शो करते हुए नामांकन रैली के रूप में शहर के मुख्य मार्ग से होते हुए कलेक्ट्रेट पहुचेंगे. सीएम को इंदौर के कार्यक्रम में देरी हो गई. ऐसे में वे दोपहर करीब पौने तीन बजे गोपालपुरा स्थित हेलीपेड पर पहुंचे, चूंकि नामांकन पत्र जमा करने का समय दोपहर 3 बजे तक ही था.
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सीएम को लगानी पड़ी हल्की दौड़
सीएम के देरी से पहुंचने की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय नेताओं ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में फेरबदल करते हुए भाजपा प्रत्याशी अनीता चौहान, उद्योग मंत्री चेतन कश्यप, वन मंत्री नागरसिंह चौहान और रतलाम ग्रामीण विधायक मथुरालाल डामर सीधे जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के आने का इंतजार कर रहे थे. ऐसे में निर्धारित समय के ठीक 1 मिनट पहले सीएम दौड़ते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी के कमरे में दाखिल हो गए. सीएम को देखते ही भाजपा नेताओं ने राहत की सांस ली और इसके बाद उनकी उपस्थिति में ही नामांकन जमा हुआ. नामांकन जमा करवाने के पश्चात मुख्यमंत्री सीधे बस स्टैंड स्थित सभा स्थल के लिए रवाना हो गए.