रतलाम। आजादी के 78 वर्ष के बाद भी समाज में छुआछूत का जहर मौजूद है, जो दलित और शोषित वर्ग के अंतिम संस्कार में भी बाधा बन रहा है. रतलाम जिले के कुम्हारी गांव में ऐसा ही एक मामला सामने आया है. यहां एक महिला की मौत के बाद शासकीय श्मशान में अंतिम संस्कार करने पहुंचे दलित परिवार को गांव के ही एक दबंग व्यक्ति ने रोक दिया. पीड़ित परिवार को महिला का अंतिम संस्कार अन्य जगह पर जाकर करना पड़ा. पीड़ितों की शिकायत पर असावती पुलिस ने नागु सिंह पिता धूलसिंह के विरुद्ध केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
कुम्हारी गांव की 25 अगस्त की घटना
दरअसल, रिंगनोद थाना क्षेत्र के कुम्हारी गांव में 25 अगस्त को एक बुजुर्ग महिला सुगन बाई की मृत्यु हो गई थी. सूर्यवंशी परिवार के लोग महिला का अंतिम संस्कार करने गांव के शासकीय शमशान में पहुंचे. लेकिन वहां पर गांव का दबंग व्यक्ति नागु सिंह पहुंच गया और अंतिम संस्कार करने से रोक दिया. गांव के अन्य लोगों की समझाइश दी. इसके बावजूद अंतिम संस्कार नहीं होने दिया. जिसके बाद परिजन शव लेकर अन्य जगह पर पहुंचे और अंतिम संस्कार किया.
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कई धाराओं में केस दर्ज, आरोपी को जेल भेजा
इसके बाद पीड़ित परिवार ने असावती पुलिस चौकी पर आरोपी के विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाई. असावती पुलिस ने इस मामले में धारा 301 बीएनएस 3(1)(za)(A) एससी एसटी एक्ट के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इस मामले में रतलाम पुलिस ने प्रेस नोट जारी कर आरोपी पर की गई कार्रवाई और गिरफ्तारी के बारे में जानकारी दी. बता दें कि आधुनिक हो रहे भारत में छुआछूत और जातिवाद जैसी कुरीति अब भी मौजूद है, जिसकी वजह से लोगों को परेशान होना पड़ता है.