जयपुर. सीएए को लेकर लगातार प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है. ऐसे में अब राष्ट्रीय मुस्लिम महासभा की तरफ से बयान जारी किया गया है. सीएए को लेकर राष्ट्रीय मुस्लिम महासभा के अध्यक्ष सैयद साहेब आलम ने कहा कि इसके लागू होने से हमें कोई दिक्कत नहीं है, बल्कि पड़ोसी देशों के पीड़ित लोग यदि भारत की नागरिकता चाहते हैं तो उनका स्वागत है. साहेब आलम ने कहा कि जिस तरह से एनआरसी के नाम पर डर पैदा किया जा रहा था, उसका मुसलमान विरोध कर रहा था. उन्होंने आगे कहा कि मुसलमान खुलकर एनआरसी का विरोध कर रहा है, न कि सीएए का.
जमात-ए-इस्लामी हिंद ने किया था विरोध : जमात-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष नाजीमुद्दीन ने बीते दिनों ईटीवी भारत से कहा था कि केंद्र सरकार फिलहाल पूरा फोकस आने वाले चुनाव पर कर रही है. उनका हर फैसला चुनाव के लिहाज से देखा जा रहा है. नाजिमुद्दीन ने कहा था कि सीएए की भावना हमारे देश के कानून के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि विकास के मुद्दों से ध्यान हटाकर धार्मिक मुद्दों पर भाजपा चुनाव लड़ना चाहती है. भाजपा के झंडे में सभी के साथ सभी के विकास वाली बात नजर नहीं आती है. इनका कहना है कि जरूरत पड़ने पर एक बार फिर देशव्यापी धरना दिया जाएगा.
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सोमवार को जारी हुआ था नोटिफिकेशन : नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को नोटिफिकेशन जारी किया था. इस बारे में उन्होंने सबसे पहले अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट करते हुए नोटिफिकेशन की जानकारी दी थी. उसके बाद नागरिकता का इंतजार कर रहे लोग जहां एक ओर खुशी से झूमते नजर आए तो दूसरी ओर इस विधेयक में कमियां बताते हुए कई राजनेता और मुस्लिम संगठनों ने विरोध भी जताया था.