रांची: राजधानी रांची का ऐतिहासिक तपोवन मंदिर अब नए रूप में दिखने वाले है. अयोध्या श्रीराम मंदिर के तर्ज पर रांची में भी श्रीरामजानकी तपोवन मंदिर तैयार होने जा रहा है. खास बात यह है कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर का मॉडल बनाने वाले आर्किटेक्ट आशीष सोनपुरा ने ही रांची के तपोवन मंदिर का नया प्रतिकृति तैयार की है, जिसका अनावरण और भूमि पूजन 9 अगस्त को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या के महासचिव चंपत राय और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करेंगे.
नागर शैली में 14000 वर्ग क्षेत्र में बनेगा मंदिर
नागर शैली में करीब 14000 वर्ग क्षेत्र में इस मंदिर का निर्माण होगा. तपोवन मंदिर के महंत ओम प्रकाश शरण के अनुसार इस मंदिर का निर्माण 2028-29 तक पूरा कर लिया जाएगा. इस मंदिर के निर्माण में करीब 500 करोड़ खर्च होंगे. पूरी तरह से सहयोग और चंदा के आधार पर बनने वाले इस मंदिर का आंतरिक क्षेत्रफल करीब 11000 वर्ग क्षेत्र का होगा. दक्षिण भारत के मंदिरों की तरह रांची का तपोवन मंदिर भी बनकर तैयार होगा, जिसमें श्रद्धालु प्रभु श्रीराम जानकी समेत विभिन्न देवी-देवताओं के दर्शन आसानी से कर सकेंगे. मंदिर में पूजारी के रहने का प्रबंध, बड़ा रसोईघर, उत्सव के लिए बड़ा हॉल, भंडारा के लिए बड़ा हॉल आदि भी तैयार होगा.
64 फीट ऊंचा बनेगा तपोवन मंदिर
अयोध्या में बने नवनिर्मित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर जैसा तपोवन मंदिर को बनाने की तैयारी है, जिसकी भव्यता दूर से ही दिखाई देगी. इस मंदिर की उंचाई 64 फीट होगी और इसमें कई शिखर होंगे. दक्षिण का सोमनाथ मंदिर नागर शैली पर बनी हुई है. उस मंदिर के आर्किटेक्ट रहे परिवार के वंशज ही अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर और रांची का तपोवन मंदिर का मॉडल तैयार किया है. यहां का मंदिर भी नागर शैली में बनाने की तैयारी है. इसके लिए अयोध्या से कारीगर मंगाए जा रहे हैं. गौरतलब है कि रांची का तपोवन मंदिर काफी प्राचीन है, जिसके प्रति लोगों का अटूट विश्वास है. रामनवमी के मौके पर यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है.
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