रांचीः जमानत पर जेल से बाहर आए अपराधियों का वेरिफिकेशन रांची पुलिस ने शुरू किया है.जेल से बाहर निकले अपराधियों का वर्क वेरिफिकेशन भी पुलिस कर रही है, ताकि पुलिस को यह जानकारी मिल सके की वर्तमान में आरोपी कौन सा काम कर रहे हैं.
अपराधी झूठ बोल देते थे पुलिस को चकमा
रांची पुलिस ग्रामीण और शहरी थाना क्षेत्रों में रहने वाले अपराधियों के जेल से बाहर आने के बाद के काम का रिकॉर्ड रजिस्टर में मेंटेन कर रही है.कई बार ऐसा देखा गया था कि जमानत पर जेल से बाहर आए अपराधी पुलिस को यह जानकारी देते थे कि वे अमुक जगह काम कर रहे हैं, लेकिन वे वहां काम न करके अपराधी वारदातों में लिप्त रहते थे.
कार्यस्थल का भी सत्यापन कर रही पुलिस
ऐसे में अब, जब पुलिस अपराधी के घर उनका वेरिफिकेशन करने के लिए पहुंच रही है तो उनसे यह भी जानकारी ली जा रही है कि वह कहां काम कर रहे हैं. अपराधी के द्वारा दी गई जानकारी के बाद पुलिस की टीम उनके काम करने वाले जगह पर जाकर भी वेरिफिकेशन कर रही है, ताकी यह पता चल सके कि वाकई वह वहां काम कर रहे हैं या पुलिस को झूठी जानकारी दे रहे हैं. जांच के दौरान अगर जमानत पर जेल से बाहर निकला आरोपी किसी गैरकानूनी काम में लिप्त पाया जाता है तो उसकी रिपोर्ट तैयार कर उसकी जमानत रद्द करायी जाएगी.
आरोपियों के सत्यापन का सिस्टम बदला
जमानत पर जेल से बाहर निकले अपराधियों के सत्यापन का सिस्टम भी बदल दिया गया है. अब रांची पुलिस की टीम किसी भी समय अचानक अपराधी के घर पहुंच रही है और आरोपी घर पर है या नहीं इसकी जानकारी ले रही है. यही नहीं, अगर आरोपी घर में नहीं है और बाहर गया है तो पुलिस यह भी जानकारी ले रही है आरोपी कहां गया है. सारी बातें रजिस्टर में मेंटेन की जा रही है.
दो दिनों में 80 से अधिक आरोपियों का सत्यपान
पुलिस की टीम ने रांची के शहरी और ग्रामीण इलाके में पांच साल के भीतर जेल से छूटे अपराधियों का सत्यापन करने के लिए अभियान शुरू किया है. इस दौरान अब तक पुलिस ने 80 से ज्यादा वैसे अपराधी जो लूट, डकैती, आर्म्स एक्ट, चेन स्नैचिंग, चोरी आदि के मामले में जेल से छूटे हैं उन सभी के घर जाकर सत्यापन किया है.इस दौरान अपराधियों के रिश्तेदारों से भी पुलिस ने पूछताछ की और अपराधियों को सख्त हिदायत दी कि अगर वे किसी तरह के अपराध में शामिल पाए गए तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
फरार मुजरिमों को भी किया जा रहा गिरफ्तारः एसएसपी
रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि अपराधियों के वेरिफिकेशन के साथ-साथ फरार मुजरिमों को भी गिरफ्तार किया जा रहा है. इस बार पुलिस ने अपने वेरिफिकेशन के पैटर्न को बदलते हुए दोहरे जांच की प्रणाली अपनाई है. इसके तहत जमानत पर जेल से बाहर आए अपराधी हकीकत में कौन सा काम कर रहे हैं इसकी जानकारी भी उनके कार्यस्थल पर जाकर जुटाई जा रही है.
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