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रांची में 80 लाख की साइबर ठगी का खुलासा, तमिलनाडु से आरोपी गिरफ्तार, राशि दस गुणा करने का दिया था झांसा, कैसे खुली पोल - Cyber ​​fraud

Fraud through fake app. रांची में 80 लाख की साइबर ठगी का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने तमिलनाडु से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. राशि दस गुणा करने का झांसा देकर पैसे की ठगी की थी.

Fraud through fake app
कॉन्सेप्ट इमेज (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 2, 2024, 6:59 PM IST

रांची: रांची के साइबर थाना में 16 अप्रैल 2024 को दर्ज साइबर ठगी केस को पुलिस ने सुलझा लिया है. कुल 80 लाख रु. की ठगी मामले में तमिलनाडु के थिरुआरुर से अशोक कुमार रवि नामक शख्स को लोकल पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया गया है. इसने VIKING TREADING.APK नाम से फर्जी इंवेस्टमेंट एप्लिकेशन के जरिए राशि को 10 गुणा करने का लालच देकर 80 लाख रु ट्रांसफर करवा लिया था.

साइबर ठग ने कैसे फंसाया जाल में

सबसे पहले फेसबुक के जरिए संपर्क किया गया. फिर राशि निवेश करने का लालच दिया गया. इसके बाद मोबाइल पर viking.apk इंस्टॉल करवाया गया. झांसे में फंसते ही निवेश करवाने के लिए अलग-अलग बैंक खातों में राशि ट्रांसफर करवाई गई. आरोपी से लेन देन के लिए बैंक से प्राप्त ओटीपी को स्वचालित रूप से प्रसारित करने के लिए अपने सहयोगियों से अलग-अलग .apk जैसे analyser max.apk और base.apk प्राप्त किया गया.

इस कांड में शामिल अभियुक्त के नाम पर ASIA MARKETING नाम से बने प्रोप्राइटरशिप फर्म के साउथ इंडियन बैंक खाता में 16 दिनों के भीतर 2,74 करोड़ रु. क्रेडिट हुआ है. इस खाता के विरूद्ध तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, हरियाणा, कर्नाटक, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश में कुल 28 शिकायतें दर्ज हैं.

ऐसे साइबर क्राइम से बचने के उपाय

आमतौर पर व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम जैसे ऐप पर अक्सर प्रचार से जुड़े लिंक देखने को मिलते हैं. ऐसे लिंक पर बिल्कुल क्लिक नहीं करना है. किसी भी हाल में लिंक ओपन कर वेब पोर्टल पर खुद को रजिस्टर नहीं करना है. सोशल मीडिया पर मिलने वाले किसी भी लिंक के जरिए बैंक अकाउंट या यूपीआई में पैसा नहीं डालना है. साइबर फ्रॉड का शिकार होने पर फौरन साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करना है.

रांची: रांची के साइबर थाना में 16 अप्रैल 2024 को दर्ज साइबर ठगी केस को पुलिस ने सुलझा लिया है. कुल 80 लाख रु. की ठगी मामले में तमिलनाडु के थिरुआरुर से अशोक कुमार रवि नामक शख्स को लोकल पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया गया है. इसने VIKING TREADING.APK नाम से फर्जी इंवेस्टमेंट एप्लिकेशन के जरिए राशि को 10 गुणा करने का लालच देकर 80 लाख रु ट्रांसफर करवा लिया था.

साइबर ठग ने कैसे फंसाया जाल में

सबसे पहले फेसबुक के जरिए संपर्क किया गया. फिर राशि निवेश करने का लालच दिया गया. इसके बाद मोबाइल पर viking.apk इंस्टॉल करवाया गया. झांसे में फंसते ही निवेश करवाने के लिए अलग-अलग बैंक खातों में राशि ट्रांसफर करवाई गई. आरोपी से लेन देन के लिए बैंक से प्राप्त ओटीपी को स्वचालित रूप से प्रसारित करने के लिए अपने सहयोगियों से अलग-अलग .apk जैसे analyser max.apk और base.apk प्राप्त किया गया.

इस कांड में शामिल अभियुक्त के नाम पर ASIA MARKETING नाम से बने प्रोप्राइटरशिप फर्म के साउथ इंडियन बैंक खाता में 16 दिनों के भीतर 2,74 करोड़ रु. क्रेडिट हुआ है. इस खाता के विरूद्ध तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, हरियाणा, कर्नाटक, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश में कुल 28 शिकायतें दर्ज हैं.

ऐसे साइबर क्राइम से बचने के उपाय

आमतौर पर व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम जैसे ऐप पर अक्सर प्रचार से जुड़े लिंक देखने को मिलते हैं. ऐसे लिंक पर बिल्कुल क्लिक नहीं करना है. किसी भी हाल में लिंक ओपन कर वेब पोर्टल पर खुद को रजिस्टर नहीं करना है. सोशल मीडिया पर मिलने वाले किसी भी लिंक के जरिए बैंक अकाउंट या यूपीआई में पैसा नहीं डालना है. साइबर फ्रॉड का शिकार होने पर फौरन साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करना है.

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