अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में लगातार विकास कार्यों के साथ भव्य और सुंदर बनाने का कार्य किया जा रहा है. अयोध्या को पूरी तरह से भक्तिभाव में सराबोर करने के लिए भी बहुत से काम सरकार द्वारा कराया जा रहा है.
सरकार और प्रशासन का प्रयास है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को भगवान श्रीराम से जुड़े सभी पहलुओं को रूबरू कराया जाए. इसी कड़ी में अब सरयू के तट से लेकर हर पथ पर श्रीराम के रूप, लीला और उनके धाम की महिमा दिखेगी. यहां आने वाले श्रद्धालुओं को श्रीराम चरित मानस और वाल्मीकि रामायण की चौपाइयों और उनसे जुड़े चित्र के रूप में दिखेगा. इसके लिए लगभग 200 स्थानों पर म्यूरल उकेरने का कार्य चल रहा है.
अयोध्या में रामयण प्रसंग के उकेरे जा रहे म्यूरल. (Video Credit; ETV Bharat) राम मंदिर के लोवर प्लीथ पर रामायण के 85 म्यूरल श्रृंखला बद्ध रूप से स्थापित किए जा रहे है. यहां पहुंचने वाला हर राम भक्त भगवान जीवन चरित्र से जुड़े हर पलों की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे. वहीं सरयू घाट, धर्म पथ और परिक्रमा मार्ग के चौड़ीकरण कर उस स्थान पर भी रामायण के सचित्र म्यूरल को स्थापित किया जा रहा है. इसमें श्रीराम चरित मानस के बालकांड, सुंदर कांड, अयोध्या कांड लंका कांड आदि से जुड़ी प्रमुख घटनाओं को उकेरा जा रहा है. इसके माध्यम से आने वाले श्रद्धालु न केवल रामायण श्लोक पढ़ सकेंगे बल्कि चित्रों के माध्यम से हर पहलुओं की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे.पर्यटन अधिकारी राजेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि शासन के निर्देश पर इस योजना को मूर्त रूप दिया जा रहा है. सरयू के किनारे जगह-जगह पर मयूरल आर्ट बनाये गए हैं. जिसमें रामायण के प्रसंग का चित्रण किया गया है. यह आर्ट कई वर्षों तक सुरक्षित रहेगा. म्यूरल आर्ट सरयू घाट पर ही नहीं बल्कि धर्मपत और परिक्रमा पथ पर भी दिखाई देंगे. उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग के साथ-साथ अयोध्या विकास प्राधिकरण के द्वारा भी इस कार्य को किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अभी तक 258 जगहों पर म्यूरल आर्ट उकेरा गया है.
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