बूंदी. जिला प्रशासन के सार्वजनिक धार्मिक एवं सामाजिक जुलूस, शोभा यात्रा आदि में डीजे के उपयोग पर लगे प्रतिबंध को लेकर भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर डीजे से प्रतिबंध हटाने की मांग की थी, लेकिन जिला पुलिस अधीक्षक जय यादव ने श्रीराम शोभा यात्रा में डीजे के उपयोग पर प्रतिबंध का हवाला देते हुए 21 व 22 जनवरी को डीजे का उपयोग नहीं करने की हिदायत दी है. इस पर नाराजगी जताते हुए पूर्व भाजपा विधायक अशोक डोगरा ने जिला प्रशासन को लोगों की खुशियों में दखलअंदाजी नहीं करने की हिदायत दी है.
भाजपा नेता डोगरा की चेतावनी : डीजे पर प्रतिबंध के मामले में अपनी नाराजगी जताते हुए पूर्व भाजपा विधायक अशोक डोगरा ने जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि यह एक राष्ट्रीय उत्सव है. 21 और 22 जनवरी को प्रत्येक व्यक्ति श्रीराम की लंबे वनवास से घर लौटने की खुशी मनाएगा. प्रत्येक व्यक्ति को खुशी मनाने का अधिकार है. प्रशासन इसमें बेवजह दखलअंदाजी नहीं करे.
पढ़ें : जयपुर के खजाना महल में रामसेतु के अद्भुत तैरते पत्थर, 22 जनवरी को होगी विशेष पूजा
हर व्यक्ति दीपक भी जलाएगा, पटाखे भी चलाएगा, आतिशबाजी भी होगी, घर भी सजेंगे और डीजे भी बजेगा. प्रशासन दखलंदाजी करता है तो कार्यकर्ता चुप नहीं रहेगा. उन्होंने कहा कि हम फिर आमने-सामने टकराव में होंगे, जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी. प्रशासन पहले हमें अंदर बंद करे, फिर इन चीजों पर पाबंदी लगाए.
जिला प्रशासन ने डीजे के उपयोग पर लगा रखा है प्रतिबंध : मांधाता बालाजी के समय हुए सांप्रदायिक विवाद के बाद से ही जिला प्रशासन ने सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए जिले में धार्मिक, सामाजिक जुलूस व शोभा यात्रा में डीजे के उपयोग पर प्रतिबंध लगा रखा है. बूंदी जिला प्रदेश का पहला जिला है, जहां डीजे पर प्रतिबंध लगा हुआ है. जिसको लेकर कइ बार धार्मिक आयोजनों के समय टकराव भी हुआ, लेकिन प्रशासन द्वारा समझाइश कर मामले को हर बार शांत कर दिया गया.
वहीं, मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार कस्वा ने बताया कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा जैसे बड़े उत्सव को देखते हुए व भाजपा पदाधिकारियों द्वारा जुलूस व शोभा यात्रा में डीजे के उपयोग की अनुमति मांगी गई थी. जिसको लेकर जिला प्रशासन व आयोजन से जुड़े लोगों में वार्ता के बाद एक जुलूस में एक डीजे बजाने की अनुमति दी है.