वाराणसी: बाबा की नगरी काशी से उनके आराध्य भगवान राम की नगरी में अब बनारसी खाना रामभक्तों के लिए मिलने जा रहा है. यहां से लगभग 40 लोगों का जत्था एक ट्रक से भंडारा का सारा सामान लेकर अयोध्या के लिए निकल गया है. ये आयोजन श्री काशी विश्वनाथ सेवा समिति करने जा रही है. 26 फरवरी से अयोध्या में भंडारा शुरू हो जाएगा, जो 15 दिनों तक चलता रहेगा. इस दौरान लगभग 7000 लोगों को निशुल्क भोजन कराया जाएगा. सबसे खास बात यह है कि इस दौरान अयोध्या में आने वाले लोगों को बनारसी भोजन का स्वाद चखने को मिलेगा. इसको लेकर अयोध्या में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव और महापौर अशोक तिवारी ने राम भजन के बीच वाहन का पूजन करके रविवार को रवाना किया. श्री काशी विश्वनाथ सेवा समिति अमरनाथ यात्रा, काठमांडू त्रासदी के साथ अन्य कई आयोजनों में काशी की तरफ से भंडारे का आयोजन करती रही है. अमरनाथ में ये हर साल भंडारे का आयोजन करते हैं. ऐसे में पहली बार ये समिति अयोध्या में भंडारे का आयोजन करने जा रही है. बनारस से ये समिति अयोध्या पहुंचेगी और वहां पर आने वाले रामभक्तों को निशुल्क भोजन कराएगी. इसके साथ ही वहां पर प्रसाद की भी व्यवस्था की जाएगी. इसको लेकर अयोध्या में समिति ने तैयारियां कर ली हैं.
अयोध्या में रहेगा 40 लोगों का जत्था
कार्यक्रम के आयोजक दिलीप सिंह ने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ सेवा समिति द्वारा 15 दिवसीय विशाल भंडारे का आयोजन अयोध्या में किया जा रहा है. 26 फरवरी से अयोजन शुरू हो जाएगा. काशी से 40 लोगों की टीम राशन लेकर अयोध्या के लिए निकल चुकी है. उन्होंने बताया कि यह भंडारा अयोध्या के पंचवटी में चलाया जाएगा. उन्होंने बताया कि भंडारे के लिए अनाज आदि की व्यवस्थाएं जा रही हैं. 40 लोगों का यह जत्था पूरे 15 दिनों तक रहकर अयोध्या के पंचवटी में प्रत्येक दिन लगभग 8 से दस हजार लोगों को भोजन कराएगा. इसमें लगने वाला अनाज शिव भक्त अपनी तरफ से भगवान श्रीराम के चरणों में समर्पित करेंगे.
रामभक्तों को तीन टाइम कराया जाएगा भोजन
दिलीप सिंह ने बताया कि अयोध्या में प्रतिदिन तीन समय राम भक्तों को प्रसाद वितरित किया जाएगा. इसके लिए सप्ताह के सातों दिन का मेन्यू भी तय कर लिया गया है. बनारसी पूरी, जलेबी, कचौड़ी, दाल-चावल, इटली, डोसा आदि की व्यवस्था रहेगी. सुबह के समय कचौड़ी, सब्जी, जलेबी और दोपहर में दाल चावल परोसने की पूरी व्यवस्था की गई है. अयोध्या में सातों दिन और तीन टाइम पूरे 15 दिनों तक सुबह के समय नाश्ता, दोपहर में भोजन और शाम में भी विभिन्न प्रकार के व्यंजन परोसे जाएंगे. मेन्यू अलग-अलग होगा. यह भोजन की व्यवस्था सभी राम भक्तों के लिए मुफ्त रहेगी. हर कोई यहां भोजन कर सकेगा.
बनारस से किचन के लिए भेजे गए बर्तन
उन्होंने बताया कि अयोध्या में भोजन बनाने के लिए सभी बर्तन बनारस से ही भेजे गए हैं. चूल्हे, एक हजार थालियां, एक हजार गिलास, चम्मच, कटोरी, कंछुल, कढ़ाई, चिमटे, पलटा, तवा भेजा गया है. इसके साथ ही किचन के लिए प्रयोग में आने वाले लगभग सभी सामान ट्रक के माध्यम से ले जाए गए हैं. अगर सामानों की कमी पड़ती है तो अयोध्या में ही उनकी खरीदारी कर ली जाएगी. दिलीप सिंह ने बताया कि जो लोग यहां से अयोध्या जा रहे हैं, हर पांच दिन में उनका शेड्यूल बदलता रहेगा. 10 से 20 लोग बढ़ते-घटते रहेंगे. वहां अगर लोगों की संख्या कम रही तो बाटी-चोखा की भी व्यवस्था लोगों के लिए की जाएगी.
5000 से 7000 लोगों के भोजन की व्यवस्था
राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से काशी में विशाल भंडारे का आयोजक श्री काशी विश्वनाथ सेवा समिति को आमंत्रित किया गया है, जो हर वर्ष अमरनाथ में अपनी निशुल्क सेवा देती है. दिलीप सिंह बताते हैं कि अमरनाथ में एक रोड पर 12,000 यात्री होते हैं. ये सभी 8 से 10 भंडारों में बंट जाते हैं. वहां हमें 1000 से 1500 यात्रियों को खिलाना होता है. हम वहां तमाम तरीके के व्यंजन बना लेते हैं. अयोध्या में ऐसा करने में थोड़ी दिक्कत आ सकती है. क्योंकि, वहां 5000 से 7000 यात्रियों को भोजन कराना है. इतने भोजन की व्यवस्था सादे तरीके से करेंगे. प्रसाद और भोजन की व्यवस्था हम लोग वहां पर करेंगे.
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