लातेहार: बांग्लादेश में हिंदुओं तथा अन्य अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ लातेहार में सर्व सनातन समाज की ओर से विरोध रैली निकाली गई. रैली के माध्यम से बांग्लादेश को चेतावनी दी गई कि वो हिंदुओं पर अत्याचार बंद करे.
दरअसल पड़ोसी देश बांग्लादेश में इन दिनों हिंदू मठ मंदिरों को टारगेट कर लगातार तोड़फोड़ और पत्थरबाजी की जा रही है. इसके अलावा सनातन धर्म को मानने वाले लोगों के साथ मारपीट और अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है. बांग्लादेश में लगातार हो रही इस प्रकार की घटना से वहां रह रहे सनातन धर्मावलंबियों के अलावा अन्य अल्पसंख्यकों के सामने कठिन परिस्थितियां उत्पन्न हो गई हैं. इसके विरोध में बुधवार को लातेहार जिला मुख्यालय में सर्व सनातन समाज की ओर से विशाल विरोध रैली निकाली गई. रैली के माध्यम से बांग्लादेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और वहां हो रहे अत्याचार पर रोक लगाने की मांग की गई.
नहीं रुकी हिंसा तो होगा बड़ा आंदोलन
इधर रैली के बाद लातेहार समाहरणालय के पास जनसभा का भी आयोजन किया गया. मौके पर राजीव रंजन पांडेय ने कहा कि जिस प्रकार सनातन धर्म को मानने वालों तथा अन्य अल्पसंख्यकों पर बांग्लादेश में सरकार के द्वारा अत्याचार किया जा रहा है, वह काफी निंदनीय है.
उन्होंने कहा कि इस प्रकार की रैली के माध्यम से बांग्लादेश को चेतावनी दी जा रही है कि वह सुधर जाए नहीं तो भारत उसे सुधार देगा. वहीं नीतीश यादव ने कहा कि बांग्लादेश में जिस प्रकार मानवाधिकार का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन किया जा रहा है. यह सभ्य समाज के लिए एक बड़ी चुनौती है. वहां धर्म के आधार पर लोगों को टारगेट किया जा रहा है. मठ मंदिरों को तोड़ा जा रहा है. यदि बांग्लादेश अपने घिनौने काम से बाज नहीं आता है तो फिर बड़ा आंदोलन होगा.
बड़ी संख्या में शामिल हुए लोग
विरोध रैली में वरिष्ठ अधिवक्ता राजमणि प्रसाद, सामाजिक कार्यकर्ता राजधानी प्रसाद यादव, रामनाथ अग्रवाल, कल्याणी पांडेय, अनिल ठाकुर, संजय तिवारी, मुकेश पांडेय, शीला देवी, दीपक विश्वकर्मा समेत सैकड़ों लोग शामिल रहे. बाद में पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने लातेहार डीसी से मिलकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा और बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देने की मांग की. इधर रैली के दौरान लातेहार शहरी क्षेत्र की अधिकांश दुकानें भी बंद रखी गईं. दुकानदारों ने भी अपनी दुकानें बंद रखकर इस मामले में अपना विरोध जताया.
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