नई दिल्ली: इस साल सोमवार, 19 अगस्त 2024 को रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा. पिछले साल रक्षाबंधन पर भद्रा का साया था. ऐसे में इस साल भी रक्षाबंधन को लेकर कन्फ्यूजन बरकरार है. मांगलिक कार्यों के लिए भद्रा का योग अशुभ माना गया है. ऐसे में विशेष ख्याल रखा जाता है कि शुभ कार्य के दौरान भद्रा काल ना हो. इस साल रक्षाबंधन पर भद्रा पड़ रही है या नहीं? रक्षाबंधन के शुभ मुहूर्त क्या है? आदि को लेकर आध्यात्मिक गुरु और ज्योतिषाचार्य शिवकुमार शर्मा ने जानकारी दी.
ज्योतिषाचार्य शिवकुमार शर्मा के मुताबिक, इस साल रक्षाबंधन पूरे दिन मनाया जाएगा. कुछ लोग भद्रा का प्रचार प्रसार कर रहे हैं, जो बिल्कुल निराधार है. शास्त्रों के अनुसार भद्रा के समय चंद्रमा मेष, वृषभ, मिथुन, वृश्चिक राशि में स्थित हो तो भद्रा का निवास स्वर्ग में होता है. यदि चंद्रमा कन्या, तुला, धनु, मकर राशि में हो तो भद्रा पाताल में निवास करती है. वहीं, कर्क, सिंह, कुंभ, मीन राशि का चंद्रमा हो तो भद्रा का भूलोक पर निवास रहता है.
शिव कुमार शर्मा के मुताबिक, 19 अगस्त को भद्रा प्रातः 3:04 से आरंभ हो जाएगी और दोपहर 13: 29 बजे तक रहेगी. किंतु पूर्णिमा को चंद्रमा शाम को 5:56 बजे तक मकर राशि में हैं. मकर राशि में जब चंद्रमा होते हैं तो उपरोक्त शास्त्रीय वचन के अनुसार भद्रा का निवास पाताल लोक में होता है. स्वर्ग और पाताल में जब भद्रा होती है तो पृथ्वी पर उसका कोई प्रभाव नहीं होता है. इसलिए पूरे दिन रक्षाबंधन मनाया जाएगा.
रक्षाबंधन के शुभ मुहूर्त (Raksha Bandhan 2024 Muhurat):
- 19 अगस्त को शाम 6:55 बजे तक किसी भी समय राखी बांध सकते हैं. लेकिन कुछ विशिष्ट मुहूर्त इस प्रकार हैं.
- प्रातः 5:40 से 7: 30 बजे तक सिंह लग्न (स्थिर लग्न) रहेगा, जो बहुत ही शुभ है.
- 7:30 बजे से 9:00 बजे तक राहुकाल है इसका त्याग करना चाहिए.
- दोपहर 11:36 से 12:24 तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा. यह सर्वोत्तम समय माना गया है.
- उसके तुरंत बाद 12:38 बजे से 14: 56 बजे तक वृश्चिक लग्न (स्थिर लग्न) भी शुभ है.
- शाम 5:00 से 6:42 बजे तक मकर लग्न (स्थिर लग्न) शुभ है.
- शाम को 6:55 से कुंभ में चंद्रमा जाएंगे. उसके पश्चात रक्षाबंधन नहीं करना चाहिए.
कैसे करें रक्षाबंधन: रक्षाबंधन करते समय बहनें सबसे पहले भाई के मस्तक पर रोली, चंदन और अक्षत से तिलक करें. उसके बाद सीधे हाथ की कलाई पर रक्षासूत्र बांधे. बहन भाई को मिष्ठान खिलाएं और भाई भी बहन को मिष्ठान खिलाएं. भाई अपनी बहन को उपहार स्वरूप मुद्रा अथवा वस्तु भेट करें.
ज्योतिषाचार्य शिव कुमार शर्मा के मुताबिक, यदि एक परसेंट मान लेते हैं भद्रा (Raksha Bandhan 2024 Bhadra timings) है तो शास्त्र में नियम है कि पहली पांच घड़ी तक भद्रा का मुख होता है. उसे छोड़कर रक्षाबंधन कर सकते हैं. ऐसे में भद्रा प्रात 3:04 बजे से आरंभ होगी. पांच घड़ी अर्थात लगभग दो-सवा दो घंटे प्रातः 5:15 बजे तक ही बीत जाएंगे, उसके बाद में शुभ मुहूर्त ही है.
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