डूंगरपुर. राजस्थान के डूंगरपुर जिले के राकेश विश्नोई और उनकी टीम ने लद्दाख क्षेत्र की मरखा घाटी की सबसे ऊंची चोटी कांगयास्ते -1 पर 21000 फ़ीट की उंचाई को पार करते हुए तिरंगा फहराया है. राकेश विश्नोई ने अपने 3 अन्य साथियो के साथ ये कारनामा किया है. राकेश विश्नोई का आगे चलकर एवेरेस्ट पर तिरंगा फहराने का लक्ष्य है.
डूंगरपुर निवासी राकेश विश्नोई ने अपने 3 अन्य साथियों गुरप्रीत सिंह सिद्धू, सोनम शेरपा एव डॉ. आदित्य के साथ 7 सितंबर को दिल्ली से इंटरनेशनल मॉन्टनरिंग फाउंडेशन से परमिशन के साथ इस अभियान की शुरुआत की. अभियान के दौरान वे 57 किमी की ट्रेकिंग करते हुए मरखा घाटी पहुंचे और 11 सितंबर को उन्होंने अपना बेस कैंप स्थापित किया. खराब मौसम स्नो फॉल ओर तेज़ हवाओं के बीच चुनौतियों के बावजूद बिशनोई ओर उनकी बाकी टीम ने रोप फिक्सिंग के साथ जुमार, क्रेम्पोन ओर आइस एक्स का इस्तेमाल करते हुए ये कठिन चढ़ाई करते हुए 14 सितंबर की सुबह 6.20 बजे कांगयास्ते -1 के 21000 फ़ीट ऊंचे शीर्ष पर -16℃ तापमान में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया और अपने परिवार और देशवासियों को गर्व की अनुभूति करवाई.
बिशनोई ने इससे पहले यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस , अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो, माउंट सतोपंथ, माउंट नून, माउंट भारद्वाज, मून पीक सहित कई ऊंची चोटियों पर तिरंगा फहराने का साहसिक कारनामा कर चुके है. राकेश बिशनोई के अनुसार उनका सबसे बड़ा लक्ष्य माउंट एवेरेस्ट ओर माउंट लाओत्से को एक साथ रिकॉर्ड समय मे फतेह करने का है .