मेरठ : एमएसपी समेत अन्य मांगों को लेकर किसान संगठनों में नाराजगी है. बीते तीन दिन से बड़ी संख्या में किसान दिल्ली की और बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि उनकी वहां हो रही हर गतिविधि पर नजर है और 16 को ग्रामीण भारत बंद रहेगा और 17 फरवरी को सिसौली में मीटिंग में आगे की रणनीति तय होगी.
एमएसपी समेत अन्य मांगों को लेकर किसानों ने फिर एक बार बीते कई दिन से हुंकार भरी है. ऐसे में आखिर भारतीय किसान यूनियन का क्या रुख है, इस बारे में राकेश टिकैत ने बताया कि सरकार को अपना वादा याद नहीं रहा है. बेंगलुरु दौरे से लौटे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता नरेश टिकैत पार्टी के जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी के आवास पर यहां पहुंचे थे और कुछ देर रुककर वह मुजफ्फरनगर के लिए रवाना हो गए थे. इस मौके पर ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि पंजाब और हरियाणा के बॉर्डर पर अभी किसान हैं. अगर समाधान नहीं निकलता तो यह आंदोलन लंबा चलेगा. किसान लौटकर खाली हाथ इस बार वापस नहीं आएंगे.
टिकैत ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा का कल भारत बंद का आह्वान है. कल के बाद निर्णय लिया जाएगा. राकेश टिकैत ने कहा कि 17 फरवरी को सिसौली में होने वाली संगठन की बैठक में इन सभी महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी. राकेश टिकैत ने कहा कि आज भारत सरकार के मंत्रियों के साथ में किसान संगठनों की मीटिंग है और उन्हें भरोसा उम्मीद है कि कोई हल निकलेगा अगर कोई हल निकलता है तो यह अच्छी बात होगी.
राकेश टिकैत ने बिल्कुल स्पष्ट कर दिया कि 17 फरवरी को हम इस पूरे मामले में कोई निर्णय लेंगे. अभी तो बहुत कम ट्रैक्टर गए हैं और वह भी सिर्फ हरियाणा और पंजाब बॉर्डर पर ही हैं. समाधान नहीं होगा तो किसानों की संख्या वहां बढ़ेगी. किसान नेता टिकैत ने कहा कि इस बार खाली आश्वासन लेकर किसान वापस नहीं जाएगा. समाधान नहीं होगा तो किसान इस बार पीछे हटने वाले नहीं हैं.
हम आपको बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा के अनुसार भारत बंद सुबह 6 बजे से शुरू होकर शाम 4 बजे तक रहेगा. दावा यह किया जा रहा है कि भारत बंद के दौरान ग्रामीण क्षेत्र में ट्रांसपोर्ट, प्राइवेट दफ्तर, गांव की दुकानों के साथ ही कृषि गतिविधियां और मनरेगा के तहत काम भी बंद रहने की उम्मीद है. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान भाकियू प्रवक्ता ने कहा कि सरकार को तानाशाही वाला रवैया छोड़ना होगा. किसान अपनी जायज मांगों के लिए संघर्ष का रास्ता अपना रहे हैं. उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने का वे क्या हर किसान स्वागत करता है, लेकिन किसानों की मांगों को सरकार पूरा करे.
भाकियू ने किया है ग्रामीण भारत बंद का ऐलान
विभिन्न मांगों को लेकर किसान आंदोलन का असर दिखने लगा है और भाकियू ने 16 फरवरी को ग्रामीण भारत बंद का एलान किया है. भाकियू जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा ने बताया कि किसान लॉकडाउन के लिए संगठन ने पूरी तैयारी कर ली है और जिले में ब्लॉक स्तर पर अलग-अलग प्वाइंट बनाकर रणनीति तैयार की गई है. बुढ़ाना ब्लॉक में दो प्वाइंट बनाए गए हैं और इसमें किसान गांधीवादी तरीके से अपनी मांग रख रहे हैं.
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