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डूंगरपुर के वनकर्मियों के लिए 5 हजार रुपए रिश्वत लेते राजसमंद वन अधिकारी गिरफ्तार - ACB action in Dungarpur

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jul 17, 2024, 12:57 PM IST

एसीबी ने लकड़ी के ट्रक को बेरोकटोक परिवहन करवाने की एवज में 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते राजसमंद क्षेत्रीय वन अधिकारी, जिला रेंजर और वनपाल को गिरफ्तार किया गया है.

Rajsamand forest officer arrested for taking a bribe
रिश्वत लेते राजसमंद वन अधिकारी गिरफ्तार (ETV Bharat Dungarpur)

डूंगरपुरः लकड़ी के ट्रक बेरोकटोक परिवहन की एवज में मासिक बंधी के 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते राजसमंद के क्षेत्रीय वन अधिकारी के साथ जिले के रेंजर व वनपाल को मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया. उसके बाद एसीबी की एक टीम ने राजसमंद के क्षेत्रीय वन अधिकारी को पकड़ा, जबकि दो वनकर्मियों को डूंगरपुर से गिरफ्तार किया. राजसमंद से गुजरात के लिए लकड़ी के ट्रक बिना जांच के परिवहन की एवज में 15 हजार रुपए की मासिक बंधी तय की थी, जिसमें से 10 हजार रुपए की रिश्वत पहले ही दे दी थी और अब 5 हजार रुपए अब देते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया.

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो राजसमंद के निरीक्षक मंशाराम ने बताया कि लकड़ी कारोबारी ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में 12 जुलाई को एक शिकायत दर्ज करवाई. इसमें बताया कि डूंगरपुर जिले में वन विभाग के रेंजर लोकेश व वनपाल अशोक द्वारा लकड़ी से भरा ट्रक छोड़ने की एवज में 45 हजार रुपए की मांग की गई. साथ ही बिछीवाड़ा क्षेत्र में बिना रोकटोक ट्रक ले जाने के लिए मासिक बंधी के लिए भी डिमांड की गई.

पढ़ें: एसीबी ने जलदाय विभाग के वरिष्ठ सहायक को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार - PHED Senior Assistant trapped

इस पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम द्वारा उसी दिन 12 जुलाई को शिकायत का सत्यापन करवाया गया, जिसमें रेंजर लोकेश ने बताया कि 21 हजार रुपए वन विभाग की रसीद कटेगी. इसके अलावा रिश्वत की राशि राजसमंद के क्षेत्रीय वन अधिकारी बलराम पाटीदार द्वारा बता देने की बात कही. उसके कुछ देर बाद बलराम पाटीदार का व्हाट्सएप कॉल परिवादी के पास आता है, जिनके द्वारा 21 हजार रुपए की सरकारी रसीद के अलावा 15 हजार रुपए रिश्वत की मांग की जाती है, जिसमें 10 हजार रुपए एडवांस दे देने के बाद शेष 5 हजार रुपए देने की मांग की गई.

पढ़ें: विद्युत विभाग के एईएन को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते एसीबी ने रंगे हाथों किया गिरफ्तार - AEN trapped in bribe case

इसके बाद एसीबी टीम द्वारा दोबारा शिकायत का सत्यापन करवाया गया, जिसमें पीड़ित लकड़ी कारोबारी को गत 15 जुलाई को डूंगरपुर में रेंजर नारायणसिंह, लोकेश व वनपाल अशोक के पास भेजा गया. इसके तहत वनपाल अशोक द्वारा रेंजर नारायणसिंह की मौजूदगी में रेंजर लोकेश के लिए मासिक बंधी के 20 हजार रुपए रिश्वत मांगने की पुष्टि हो गई.

पढ़ें: परिवादी की दुकान पर रिश्वत लेने पहुंचा पीएचईडी का कनिष्ठ सहायक, 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार - Junior Assistant of PHED trapped

इसके बाद पीड़ित कारोबारी ने लकड़ी की ट्रक छोड़ने की एवज में रिश्वत के शेष 5 हजार रुपए लेते मस्जिद के पास, पानमोडी, रठांजना जिला प्रतापगढ़ निवासी क्षेत्रीय वन अधिकारी राजसमंद बलराम पाटीदार को रंगे हाथ पकड़ लिया. एसीबी की टीम ने डूंगरपुर से रेंजर लोकेश व वनपाल अशोक को भी गिरफ्तार कर लिया. अब क्षेत्रीय वन अधिकारी बलराम पाटीदार, रेंजर लोकेश व वनपाल अशोक को उदयपुर स्थिति एसीबी स्पेशल कोर्ट में पेश करने की कार्रवाई की जाएगी.

डूंगरपुरः लकड़ी के ट्रक बेरोकटोक परिवहन की एवज में मासिक बंधी के 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते राजसमंद के क्षेत्रीय वन अधिकारी के साथ जिले के रेंजर व वनपाल को मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया. उसके बाद एसीबी की एक टीम ने राजसमंद के क्षेत्रीय वन अधिकारी को पकड़ा, जबकि दो वनकर्मियों को डूंगरपुर से गिरफ्तार किया. राजसमंद से गुजरात के लिए लकड़ी के ट्रक बिना जांच के परिवहन की एवज में 15 हजार रुपए की मासिक बंधी तय की थी, जिसमें से 10 हजार रुपए की रिश्वत पहले ही दे दी थी और अब 5 हजार रुपए अब देते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया.

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो राजसमंद के निरीक्षक मंशाराम ने बताया कि लकड़ी कारोबारी ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में 12 जुलाई को एक शिकायत दर्ज करवाई. इसमें बताया कि डूंगरपुर जिले में वन विभाग के रेंजर लोकेश व वनपाल अशोक द्वारा लकड़ी से भरा ट्रक छोड़ने की एवज में 45 हजार रुपए की मांग की गई. साथ ही बिछीवाड़ा क्षेत्र में बिना रोकटोक ट्रक ले जाने के लिए मासिक बंधी के लिए भी डिमांड की गई.

पढ़ें: एसीबी ने जलदाय विभाग के वरिष्ठ सहायक को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार - PHED Senior Assistant trapped

इस पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम द्वारा उसी दिन 12 जुलाई को शिकायत का सत्यापन करवाया गया, जिसमें रेंजर लोकेश ने बताया कि 21 हजार रुपए वन विभाग की रसीद कटेगी. इसके अलावा रिश्वत की राशि राजसमंद के क्षेत्रीय वन अधिकारी बलराम पाटीदार द्वारा बता देने की बात कही. उसके कुछ देर बाद बलराम पाटीदार का व्हाट्सएप कॉल परिवादी के पास आता है, जिनके द्वारा 21 हजार रुपए की सरकारी रसीद के अलावा 15 हजार रुपए रिश्वत की मांग की जाती है, जिसमें 10 हजार रुपए एडवांस दे देने के बाद शेष 5 हजार रुपए देने की मांग की गई.

पढ़ें: विद्युत विभाग के एईएन को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते एसीबी ने रंगे हाथों किया गिरफ्तार - AEN trapped in bribe case

इसके बाद एसीबी टीम द्वारा दोबारा शिकायत का सत्यापन करवाया गया, जिसमें पीड़ित लकड़ी कारोबारी को गत 15 जुलाई को डूंगरपुर में रेंजर नारायणसिंह, लोकेश व वनपाल अशोक के पास भेजा गया. इसके तहत वनपाल अशोक द्वारा रेंजर नारायणसिंह की मौजूदगी में रेंजर लोकेश के लिए मासिक बंधी के 20 हजार रुपए रिश्वत मांगने की पुष्टि हो गई.

पढ़ें: परिवादी की दुकान पर रिश्वत लेने पहुंचा पीएचईडी का कनिष्ठ सहायक, 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार - Junior Assistant of PHED trapped

इसके बाद पीड़ित कारोबारी ने लकड़ी की ट्रक छोड़ने की एवज में रिश्वत के शेष 5 हजार रुपए लेते मस्जिद के पास, पानमोडी, रठांजना जिला प्रतापगढ़ निवासी क्षेत्रीय वन अधिकारी राजसमंद बलराम पाटीदार को रंगे हाथ पकड़ लिया. एसीबी की टीम ने डूंगरपुर से रेंजर लोकेश व वनपाल अशोक को भी गिरफ्तार कर लिया. अब क्षेत्रीय वन अधिकारी बलराम पाटीदार, रेंजर लोकेश व वनपाल अशोक को उदयपुर स्थिति एसीबी स्पेशल कोर्ट में पेश करने की कार्रवाई की जाएगी.

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