राजनांदगांव : राजनांदगांव महापौर हेमा देशमुख ने 28 लाख 50 हजार रुपए के घाटे का बजट पेश किया. इसके साथ ही शहर विकास के 17 बिंदुओं पर चर्चा हुई. नगर निगम के 51 वार्ड में पेयजल के लिए 2 करोड़, वार्डों की साफ सफाई, पाइप लाइन विस्तार, शौचालय मरम्मत, सड़क निर्माण जैसे कई विषय शामिल किए गए. बजट शुरू होते ही विपक्ष ने जमकर हंगामा शुरू किया. शहर की सफाई व्यवस्था, अधूरे निर्माण सहित कई मुद्दों को लेकर महापौर को विपक्ष ने घेरा.बजट से पहले सामान्य सभा के दौरान विपक्ष ने कई मुद्दों को लेकर जमकर हंगामा किया. बजट बैठक में राजनांदगांव नगर निगम महापौर सहित सभी पार्षद और अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे.
महापौर का दावा,घाटा किया आधा : इस दौरान नगर निगम महापौर हेमा देशमुख ने कहा कि ''यह मेरा पांचवां और अंतिम बजट है. जिसमें हमने कई बिंदु रखे हैं. जिससे शहर का विकास होगा. घाटे के बजट को लेकर हेमा देशमुख का कहना था कि घाटे का बजट बीस साल से आ रहा है.लेकिन हमारे कार्यकाल में इसे आधा किया गया है.अब तक बजट 55 लाख घाटे का चलता था.जिसे आधा कर दिया गया है.''
नेता प्रतिपक्ष ने उठाए सवाल : वहीं नगर निगम नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु ने कहा कि ''महापौर का आखिरी बजट 28 लाख 50 हजार रूपये घाटे का बजट है. नगर निगम में पिछले 4 साल में आय के साधन नहीं बढ़े हैं. कई योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं हुआ है. 4 साल में कुछ भी काम नहीं हुआ है. ये महापौर की असफलता है.''
आपको बता दें कि राजनांदगांव नगर निगम में बजट पेश हुआ. बजट में शहर विकास के 17 बिंदुओं पर चर्चा की गई.बजट में कई मुद्दों को लेकर चर्चा हुई. साथ ही विपक्ष ने महापौर को बजट को लेकर घेरा.