गाजीपुर: पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता हॉकी टीम के सदस्य राजकुमार पाल रविवार को अपने जिले गाजीपुर लौटे. जिले में उनका जगह जगह स्वागत किया जा रहा है. जिले के सैदपुर तहसील के करमपुर गांव के निवासी राजकुमार पाल का मेधबरन सिंह स्टेडियम में भव्य स्वागत किया गया. इस दौरान राजकुमार ने कांस्य पदक मेडल को अपनी मां मनराजी पाल के गले में डाल कर उनको समर्पित किया. इस दौरान ओलंपियन की मां अपने बेटे की सफलता पर आंसू नहीं रोक पाई और भावुक हो गईं. इस मौके पर राजकुमार ने कहा कि मां, परिजन और देशवासियों का दुआएं रही कि मेडल पाने में सफल रहे.
बेटे की जीत पर मां के छलके आंसू
इससे पहले राजकुमार पाल की मां मनराजी पाल ने ईटीवी भारत से बातचीत में बेटे की जीत पर खुशी जताते हुए कहा कि, मेरे बेटे ने देश के लिए मेडल जीता है. देशभर से बधाईयों का तांता लगा है. हर तरफ से शुभकामनाएं मिल रही है. राजकुमार की जीत के खुशी में पूजा पाठ किया गया. उनके पसंद के पकवान बनाए गए हैं.
सरकार बेटे को दे कोई बड़ा पोस्ट वाला नौकरी
वहीं मनराजी पाल ने इस मौके पर सरकार से यह मांग भी किया है कि, उनके बेटे को कोई बड़ा पोस्ट वाला सरकारी नौकरी मिले. जिससे आगे का उसका जीवन अच्छे से गुजर सके. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राजकुमार के पिता जीवित होते तो उनकी खुशी दोगुनी हो जाती.
बड़े भाईयों की मनाही के बाद भी राजकुमार खेलते था हॉकी
राजकुमार की बचपन की यादों को ताजा करते हुए मां ने कहा कि, उनका बेटा बचपन से ही हॉकी का दीवाना था. पढ़ाई लिखाई में उसका मन कम लगता था. वह दिन भर बांस के बने हॉकी से ही खेलता रहता था. जबकी उसके बड़े भाई उसको खेलने से मना करते थे. उसके बाद भी वह भाईयों से छुपकर हॉकी खेला करता था.
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