राजगढ़। मध्यप्रदेश की राजगढ़ लोकसभा सीट हॉट सीट बन गई है. यहां से कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को मैदान में उतारा है. बीजेपी ने दो बार के सांसद रोडमल नागर को चुनाव में उतारा है. रविवार से दिग्विजय सिंह ने राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र की सुसनेर विधानसभा सीट से चुनावी शंखनाद कर दिया. वह पूरे दमखम के साथ मैदान में उतर चुके हैं. सुसनेर विधानसभा क्षेत्र के मोहना गांव में पदयात्रा के दौरान आयोजित नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने केंद्र वा प्रदेश की भाजपा सरकार को जमकर आड़े हाथ लिया. साथ ही पीएम मोदी के नाम पर चुनाव लड़ रहे भाजपा प्रत्याशी रोडमल नागर पर भी निशाना साधा.
जिन्हें अवैध धंधे करने हैं, वही बीजेपी में जा रहे हैं
दिग्विजय सिंह ने कहा "मैंने अपने राजनीतिक जीवन में जो कहा है वो किया है. जो वादे किए वो निभाए. भाजपा कहती है रोडमल नागर चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, मोदी चुनाव लड़ रहे हैं. अगर आप पर मुसीबत आयेगी तो क्या मोदी को ढूंढ़ने जाओगे. केवल भावनात्मक रूप से ये सब किया जा रहा है. वह व्यक्ति जिसने किसी का वादा नहीं निभाया औरों की तो छोड़ो घर वाली का वादा नहीं निभाया, उनके चक्कर में पड़ने की बजाय आप अपना हित देखिए." कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले कांग्रेसी नेताओ को भी आड़े हाथ लेते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा "वो लोग गए हैं जिन्हे धंधा करना है, दलाली करनी है. जिन पर दबाव था, वो लोग गए हैं."
दिग्विजय के खिलाफ जांच एजेंसियां कुछ नहीं कर पाईं
दिग्विजय सिंह ने अरविंद केजरीवाल और हेमंत सोरेन पर की गई कार्रवाई पर कहा "आज लोकतंत्र को खत्म किया जा रहा है, क्योंकि जनता के चुने हुए मुख्यमंत्री को भी जेल भेज दिया गया." सभा में मौजूद लोगों ने भाजपा प्रत्याशी रोडमल नागर की शपथपत्र में दी गई संपत्ति का भी जिक्र किया. जिस पर दिग्विजय सिंह ने कहा "मुझे तो लगता है उनकी सिर्फ एमपी में ही नहीं बल्कि एमपी के बाहर भी संपत्ति हो सकती है. इस पर मैं कुछ नही कहूंगा. ये भाग्य है उनका, लेकिन एक बात मैं कहना चाहता हूं कि दिग्विजय सिंह का न तो ईडी, सीबीआई और न आईटी कुछ बिगाड़ पाई है."
लाड़ली बहना की बात करने वालों ने सीताजी को छोड़ा
"भाजपा के लोगों ने मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार की कई जांच करवा ली, लेकिन एक प्रमाण भी पेश नहीं कर पाए. जिसने भी मुझ पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया मैंने उन पर मानहानि का दावा किया. उमाभारती पर आज भी मेरा मानहानि का दावा चल रहा है. साथियों मेरा 50 साल का राजनीतिक जीवन खुली किताब है. आपकी लड़ाई लड़ता हूं,और लड़ता रहूंगा. भाजपा के लोगों से कहना चाहता हूं कि तुम लाड़ली बहना तो कहते हो लेकिन रामजी के साथ सीताजी को क्यों छोड़ देते हो, तुम जय श्री राम कहते हो और हम जय सिया राम. दिग्विजय सिंह अपने चुनावी भाषण के अंत में जय सियाराम के जयकारे लगाते दिख रहे हैं."
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दिग्विजय सिंह का गढ़ माना जाता रहा है राजगढ़
गौरतलब है कि राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र पूर्व में दिग्विजय सिंह का गढ़ माना जाता है. वह दो बार यहां से सांसद भी रहे हैं. वे मुख्यमंत्री भी रहे. लेकिन वक्त के साथ बहुत कुछ बदलता चला गया. दिग्विजय का गढ़ कहलाने वाला राजगढ़ धीरे-धीरे भाजपा की झोली में चला गया. इसका उदाहरण साल 2023 के विधानसभा चुनावों के परिणामों में देखने को मिला, जब भाजपा ने राजगढ़ जिले की पांचों सीटों पर कब्जा जमाया. लोकसभा चुनाव की ओर भी मजबूत कदम रखा. वहीं भाजपा ने अपने दो बार से सांसद रोडमल नागर को राजगढ़ लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार मौका दिया है. अब 77 वर्ष की उम्र होने के बावजूद दिग्विजय सिंह ने रविवार से अपनी लोकसभा क्षेत्र में पदयात्रा शुरू करते हुए चुनावी शंखनाद किया.