जयपुर. राजस्थान की तीन सीटों पर होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों के उम्मीदवारों में नामांकन दाखिल कर दिया है. भाजपा ने जहां राजस्थान से दो उम्मीदवार मैदान में उतारे, वहीं, कांग्रेस ने पूर्व कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है. सोनिया गांधी के नामांकन दाखिल करने के बाद बीजेपी ने तंज कसना शुरू कर दिया है. पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस आयातित प्रत्याशी लेकर आई है, जिन्हें राजस्थान की भौगोलिक स्थिति की जानकारी तक नहीं, इससे पहले भी कांग्रेस ने जिन्हें राज्यसभा सांसद बनाया उन्होंने कभी राजस्थान की एक आवाज सदन में नहीं उठाई.
कांग्रेस का आयातित उम्मीदवार : पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने बीजेपी के दोनों ही राज्यसभा उम्मीदवारों को जीत की अग्रिम शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पास सर प्लस वोट होते हुए भी सिर्फ दो उम्मीदवार उतारे हैं, सत्ता के बल पर हॉर्स ट्रेडिंग करना कांग्रेस की फितरत रही है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी की नहीं, इसलिए दो उम्मीदवार उतारे हैं. कांग्रेस आयातित उम्मीदवार को लेकर आई है. सोनिया गांधी को राजस्थान की भौगोलिक स्थिति के बारे में जिनको जानकारी बिल्कुल भी नहीं है. जबकि भारतीय जनता पार्टी दोनों जमीनी कार्यकर्ताओं को मैदान में उतारा है, राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस कभी अभिषेक मनु सिंघवी को तो कभी किसी अन्य राष्ट्रीय नेता को राजस्थान से राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है, लेकिन उनका सदन में पहुँचने पर प्रदेश के क्या योगदान रहा . ये लोग राज्यसभा में कभी राजस्थान के लिए एक शब्द नहीं बोला, जबकि राजस्थान से गए हुए हमारे भारतीय जनता पार्टी के घनश्याम तिवारी हो या फिर दूसरे हमारे नेता, उन्होंने सदैव राजस्थान के पक्ष में आवाज उठाई है.
बदलता राजस्थान दिखाई नहीं दे रहा : राठौड़ ने कांग्रेस की ओर से 25 सांसद होने के बाद प्रदेश के विकास को लेकर लगातार उठाये जा रहे सवाल पर पलटवार करते हुए कहा कि राजस्थान के लोग देख रहे हैं बदले हुए राजस्थान की सूरत को, राजस्थान के बढ़ते हुए राष्ट्रीय राजमार्गों को, राज्य मार्गों को, रेलवे के दोहरीकरण को, बढ़ते हुए हवाई अड्डा को, बदलते हुए रेलवे स्टेशन को. राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में हर घर के अंदर पीने का पानी है जल जीवन मिशन के तहत पहुँच रहा है, गरीब को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्की छत मिल रही है , किसान सम्मान निधि के माध्यम से करोड़ रुपए उनके खाते में गए , उसके बाद भी उनको नजर नहीं आता है और कांग्रेस के नेता कहते हैं कि राजस्थान में कुछ नहीं किया तो इसे दुर्भाग्य ही कहा जाएगा.