जयपुर. राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने दलालों के जरिए फर्जी सर्टिफिकेट तैयार करवा कर प्रतियोगिता परीक्षाओं में खेल कोटे से नौकरी लेने की जुगत में लगे 72 अभ्यार्थियों की सूची सार्वजनिक की है. बोर्ड ने इन अभ्यर्थियों को नोटिस जारी करते हुए 30 मई तक अपना जवाब पेश करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने पर डिबार करते हुए धोखाधड़ी के मामले में पुलिस कंप्लेंट दर्ज कराने की चेतावनी भी दी है.
प्रदेश में बीते दिनों हुई रीट लेवल-1, लेवल-2, पटवारी, फायरमैन और पशुधन सहायक भर्ती परीक्षाओं में फर्जी खेल सर्टिफिकेट लगाकर नौकरी पाने की जुगत में लगे 72 अभ्यर्थियों को नोटिस जारी किए गए हैं. राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने रेसलिंग और दूसरे खेलों के फेक सर्टिफिकेट लगाने पर नोटिस जारी करते हुए अभ्यर्थियों से स्पष्टीकरण मांगा है और जवाब नहीं भेजने पर एक तरफा कार्रवाई करने की चेतावनी दी है. बोर्ड अध्यक्ष मेजर जनरल आलोक राज ने बताया कि स्पोर्ट्स सर्टिफिकेट की कमेटी से जांच करवाई गई थी. जांच में सामने आया कि ऐसे कई टूर्नामेंट तो कभी हुए ही नहीं, जिनके सर्टिफिकेट अभ्यर्थियों ने लगाए थे. कुछ अभ्यर्थी ऐसे थे, जो परीक्षा के लिए योग्यता ही नहीं रखते थे. इन अभ्यर्थियों को चिह्नित करते हुए 30 मई तक सही दस्तावेज पेश करने या फिर जमा कराए गए सर्टिफिकेट के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है. यदि अभ्यर्थी तय समय में उपयुक्त जवाब नहीं देते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. यही नहीं उन पर भर्ती परीक्षाओं के लिए आजीवन प्रतिबंध लगाया जाएगा.
खेल कोटे में मिलती है नौकरी : बता दें कि कई भर्ती परीक्षाओं में 2% खेल कोटा होता है, जिसमें ऐसे अभ्यर्थियों को मौका मिलता है, जिन्होंने मान्यता प्राप्त खेल आयोजन और प्रतियोगिताओं में अपने राज्य, क्षेत्र या फिर देश का नेतृत्व किया हो. भर्ती परीक्षाओं में आवेदन के दौरान इन आयोजनों या प्रतियोगिताओं से मिले सर्टिफिकेट को भी अपलोड करना होता है. वहीं, दस्तावेज सत्यापन के दौरान मूल प्रति को पेश करना होता है. इससे अभ्यर्थियों के लिए खेल कोटे में सरकारी नौकरियों के द्वार खुलते हैं.