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पेपर लीक को रोकने के लिए राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड 20 से ज्यादा भर्ती परीक्षाओं में इस्तेमाल करेगा सीबीटी कम ओएमआर मोड - Paper Leak Case - PAPER LEAK CASE

CBT Cum OMR Mode in Recruitment Exams, राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड वर्ष 2024-25 में 31 भर्ती परीक्षाओं का आयोजन कराने जा रहा है, जिनमें से करीब 23 भर्ती परीक्षाओं को सीबीटी कम ओएमआर मोड पर कराया जाएगा. बोर्ड का दावा है कि इस हाइब्रिड पैटर्न पर परीक्षा कराने से पेपर लीक की समस्या से बचा जा सकेगा.

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राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (ETV Bharat Jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jun 10, 2024, 10:37 PM IST

आलोक राज ने क्या कहा, सुनिए... (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर. राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड जून 2024 से जनवरी 2025 के बीच 31 भर्ती परीक्षाओं का आयोजन कराएगा, लेकिन इस बार 5 हजार तक अभ्यर्थियों की संख्या वाली भर्ती परीक्षाओं के लिए बोर्ड ने एक नया पैटर्न इजाद किया है. कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष मेजर जनरल आलोक राज ने बताया कि आगामी दिनों में होने वाली 31 भर्ती परीक्षा में से 20 भर्ती परीक्षा कनिष्ठ अनुदेशक की है, जिसमें कनिष्ठ अनुदेशक मैकेनिक डीजल, फिटर, इलेक्ट्रीशियन, ड्राफ्टमैन सिविल, वायरमैन, प्लंबर, टर्नर, वेल्डर जैसे पद हैं.

विभाग से मिली जानकारी के अनुसार ये सभी अभ्यर्थी कंप्यूटर पर आसानी से एग्जाम दे सकते हैं. इसके अलावा भी कुछ भर्ती परीक्षाएं हैं, जिसमें कंप्यूटर एक सब्जेक्ट है. ऐसे में ये विचार किया कि इन भर्ती परीक्षाओं को क्यों ना कंप्यूटर बेस टेस्ट मोड पर कराया जाए. उन्होंने कहा कि सीबीटी एक ऐसी परीक्षा है, जिन्हें प्राइवेट सेंटर पर कराया जाता है. इसके लिए एग्जाम शनिवार या रविवार को ही कराया जाना आवश्यक नहीं है और खास बात ये है कि इससे पेपर लीक जैसी समस्या पर नकेल कसेगी. क्योंकि जितने ज्यादा पेपर छपेंगे, उतनी ज्यादा पेपर लीक की संभावना बनती है.

पढ़ें : लिपिक ग्रेड-II/कनिष्ठ सहायक संयुक्त और पर्यवेक्षक भर्ती में शामिल होने के लिए CET में सफल रहे 15 गुना अभ्यर्थियों को किया शॉर्टलिस्ट - RSS

इसलिए कर्मचारी चयन बोर्ड चाहता है कि कम से कम पेपर छपे. सीबीटी मोड पर परीक्षा करने का सबसे बड़ा एडवांटेज यही है कि जहां पेपर सेट होता है, वहां से डायरेक्ट एग्जामिनेशन सेंटर के सर्वर पर आता है, जो इंक्रिप्टेड मोड पर होता है. इसके बाद परीक्षा के समय अभ्यर्थियों के स्क्रीन पर आता है. इससे पेपर लीक की समस्या काफी हद तक सॉल्व हो जाती है.

हालांकि, उन्होंने बताया कि ऐसा भी जानकारी में आया है कि जब कंप्यूटर बेस टेस्ट होता है, तो उसमें भी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए कुछ हाईजैकर कंप्यूटर को रिमोट एक्सेस पर लेकर किसी दूसरे देश या राज्य में बैठकर प्रश्न पत्र सॉल्व कर देते हैं. एग्जामिनेशन सेंटर पर बैठा अभ्यर्थी सिर्फ कंप्यूटर पर माउस हिलाने की एक्टिंग करता है. इस समस्या से निपटने के लिए इसमें हाइब्रिड मोड ऐड किया है, यानी की प्रश्न पत्र तो कंप्यूटर की स्क्रीन पर ही आएगा, लेकिन अभ्यर्थी अपना जवाब ओएमआर शीट पर ही देगा, जैसा कि अब तक होता आया है. इसमें अभ्यर्थी को भी किसी तरह की परेशानी नहीं होगी.

उन्होंने बताया कि सीबीटी मोड पर एग्जाम कराने की राज्य की कैपेसिटी सिर्फ 20 हजार अभ्यर्थियों की ही है और इसमें भी जो प्राइवेट कंप्यूटर सेंटर हैं. उनकी विश्वसनीयता पर पूरी तरह भरोसा नहीं किया जा सकता. इसलिए काफी रिसर्च करने के बाद दो-तीन सेंटर आईडेंटिफाई किए हैं, जहां पर सीबीटी कम ओएमआर मोड पर भर्ती परीक्षा कराई जाएगी और ये वो भर्ती परीक्षा होगी, जिसमें अभ्यार्थियों की मैक्सिमम कैपेसिटी 4 से 5 हजार होगी. उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन भर्ती परीक्षाओं को सीबीटी कम ओएमआर मोड पर कराना है, उनमें अभ्यर्थियों की संख्या कम है.

उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि सीबीटी एक पुराना सिस्टम है जो आईबीपीएस, एनटीए, एसएससी जैसी राष्ट्रीय संस्थान परीक्षा कराने में इस सिस्टम को ही इस्तेमाल कर रही हैं. हालांकि, कभी-कभी ऐसी शिकायत मिलती है कि कोई कंप्यूटर रिमोट एक्सेस हो गया. इसी को ध्यान में रखते हुए राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने हाइब्रिड मोड निकाला है. जिन कंप्यूटर पर पेपर आना है, उसे भी इस तरह लॉक किया जाएगा कि अभ्यर्थी कोई दूसरी वेब साइट ओपन ना कर सके.

आलोक राज ने क्या कहा, सुनिए... (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर. राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड जून 2024 से जनवरी 2025 के बीच 31 भर्ती परीक्षाओं का आयोजन कराएगा, लेकिन इस बार 5 हजार तक अभ्यर्थियों की संख्या वाली भर्ती परीक्षाओं के लिए बोर्ड ने एक नया पैटर्न इजाद किया है. कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष मेजर जनरल आलोक राज ने बताया कि आगामी दिनों में होने वाली 31 भर्ती परीक्षा में से 20 भर्ती परीक्षा कनिष्ठ अनुदेशक की है, जिसमें कनिष्ठ अनुदेशक मैकेनिक डीजल, फिटर, इलेक्ट्रीशियन, ड्राफ्टमैन सिविल, वायरमैन, प्लंबर, टर्नर, वेल्डर जैसे पद हैं.

विभाग से मिली जानकारी के अनुसार ये सभी अभ्यर्थी कंप्यूटर पर आसानी से एग्जाम दे सकते हैं. इसके अलावा भी कुछ भर्ती परीक्षाएं हैं, जिसमें कंप्यूटर एक सब्जेक्ट है. ऐसे में ये विचार किया कि इन भर्ती परीक्षाओं को क्यों ना कंप्यूटर बेस टेस्ट मोड पर कराया जाए. उन्होंने कहा कि सीबीटी एक ऐसी परीक्षा है, जिन्हें प्राइवेट सेंटर पर कराया जाता है. इसके लिए एग्जाम शनिवार या रविवार को ही कराया जाना आवश्यक नहीं है और खास बात ये है कि इससे पेपर लीक जैसी समस्या पर नकेल कसेगी. क्योंकि जितने ज्यादा पेपर छपेंगे, उतनी ज्यादा पेपर लीक की संभावना बनती है.

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इसलिए कर्मचारी चयन बोर्ड चाहता है कि कम से कम पेपर छपे. सीबीटी मोड पर परीक्षा करने का सबसे बड़ा एडवांटेज यही है कि जहां पेपर सेट होता है, वहां से डायरेक्ट एग्जामिनेशन सेंटर के सर्वर पर आता है, जो इंक्रिप्टेड मोड पर होता है. इसके बाद परीक्षा के समय अभ्यर्थियों के स्क्रीन पर आता है. इससे पेपर लीक की समस्या काफी हद तक सॉल्व हो जाती है.

हालांकि, उन्होंने बताया कि ऐसा भी जानकारी में आया है कि जब कंप्यूटर बेस टेस्ट होता है, तो उसमें भी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए कुछ हाईजैकर कंप्यूटर को रिमोट एक्सेस पर लेकर किसी दूसरे देश या राज्य में बैठकर प्रश्न पत्र सॉल्व कर देते हैं. एग्जामिनेशन सेंटर पर बैठा अभ्यर्थी सिर्फ कंप्यूटर पर माउस हिलाने की एक्टिंग करता है. इस समस्या से निपटने के लिए इसमें हाइब्रिड मोड ऐड किया है, यानी की प्रश्न पत्र तो कंप्यूटर की स्क्रीन पर ही आएगा, लेकिन अभ्यर्थी अपना जवाब ओएमआर शीट पर ही देगा, जैसा कि अब तक होता आया है. इसमें अभ्यर्थी को भी किसी तरह की परेशानी नहीं होगी.

उन्होंने बताया कि सीबीटी मोड पर एग्जाम कराने की राज्य की कैपेसिटी सिर्फ 20 हजार अभ्यर्थियों की ही है और इसमें भी जो प्राइवेट कंप्यूटर सेंटर हैं. उनकी विश्वसनीयता पर पूरी तरह भरोसा नहीं किया जा सकता. इसलिए काफी रिसर्च करने के बाद दो-तीन सेंटर आईडेंटिफाई किए हैं, जहां पर सीबीटी कम ओएमआर मोड पर भर्ती परीक्षा कराई जाएगी और ये वो भर्ती परीक्षा होगी, जिसमें अभ्यार्थियों की मैक्सिमम कैपेसिटी 4 से 5 हजार होगी. उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन भर्ती परीक्षाओं को सीबीटी कम ओएमआर मोड पर कराना है, उनमें अभ्यर्थियों की संख्या कम है.

उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि सीबीटी एक पुराना सिस्टम है जो आईबीपीएस, एनटीए, एसएससी जैसी राष्ट्रीय संस्थान परीक्षा कराने में इस सिस्टम को ही इस्तेमाल कर रही हैं. हालांकि, कभी-कभी ऐसी शिकायत मिलती है कि कोई कंप्यूटर रिमोट एक्सेस हो गया. इसी को ध्यान में रखते हुए राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने हाइब्रिड मोड निकाला है. जिन कंप्यूटर पर पेपर आना है, उसे भी इस तरह लॉक किया जाएगा कि अभ्यर्थी कोई दूसरी वेब साइट ओपन ना कर सके.

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