बाड़मेर. लोकसभा चुनाव को लेकर राजस्थान में कांग्रेस और आरएलपी के बीच गठबंधन है. राज्य में दूसरे चरण का मतदान शुक्रवार सुबह होना है, उससे पहले बाड़मेर जिले में आरएलपी नेता गजेंद्र चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है. चौधरी ने कांग्रेस पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि चुनाव में हनुमान बेनीवाल को बाड़मेर क्यों नहीं बुलाया ?. इससे आरएलपी के कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश व्याप्त है. इसके साथ ही 2019 के पथराव की घटना का भी जिक्र किया. वहीं, कैलाश चौधरी ने बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर भाजपा को समर्थन देने के लिए आभार जताया है.
बता दें कि इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और आरएलपी का गठबंधन है. लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल को बाड़मेर मे चुनाव प्रचार के लिए नहीं बुलाए जाने और आरएलपी कार्यकर्ताओं में आक्रोश की बात कहते हुए आरएलपी नेता गजेंद्र चौधरी ने बाड़मेर सीट पर बीजेपी प्रत्यशी कैलाश चौधरी को समर्थन देने की बात कही है.
कांग्रेस के नेताओं पर लगाए गंभीर आरोप : गजेंद्र चौधरी ने बताया कि आरएलपी के प्रमुख कार्यकर्ताओं ने बैठक करके तय किया है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी कैलाश चौधरी का समर्थन करेंगे. आरएलपी और कांग्रेस गठबंधन के सवाल के जवाब पर उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से राजस्थान में आरएलपी और कांग्रेस का गठबंधन हुआ है. आरएलपी इंडी गठबंधन का हिस्सा है. उन्होंने बाड़मेर कांग्रेस के बड़े नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग गठबंधन के विरोधी रहे हैं. इन्होंने गठबंधन को रोकने ओर तोड़ने का काम किया है.
पथराव की घटना का जिक्र : गजेंद्र चौधरी ने कहा कि 2019 में बायतु में हनुमान बेनीवाल और कैलाश चौधरी पर जानलेवा हमला हुआ था. इससे पार्टी के कार्यकर्ताओं में आक्रोश है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बड़े नेता इस गठबंधन को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं. उनकी नियत में खोट है. उन्होंने हनुमान बेनीवाल की बाड़मेर में कोई सभा नहीं की. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता जागरूक हैं, इसलिए पार्टी के सुप्रीमो से हरी झंडी की आवश्यकता नहीं है.
वहीं, भाजपा प्रत्याशी कैलाश चौधरी ने कहा कि आरएलपी ने बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर समर्थन दिया है. आरएलपी के प्रमुख कार्यकर्ताओं के नेतृत्व में समर्थन देने पर उनका आभार प्रकट करता हूं. उन्होंने राष्ट्रवाद को प्राथमिकता में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए समर्थन दिया है. कैलाश चौधरी ने कहा कि इनमें यह आक्रोश आज से नहीं, बल्कि 4 साल पहले 2019 में बायतु में पथराव की घटना से है.