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जोधपुर के सूरसागर में बवाल के बाद शांति, धारा 144 लागू, 43 उपद्रवी गिरफ्तार - Ruckus in Jodhpur - RUCKUS IN JODHPUR

Sursagar Controversy, जोधपुर के सूरसागर क्षेत्र में शनिवार को शांति रही. मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है. पुलिस ने इलाके में धारा 144 लगा रखी है. इस बीच शुक्रवार रात को हुए बवाल के मामले में पुलिस ने 43 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है.

Ruckus in Jodhpur
जोधपुर के सूरसागर में बवाल के बाद शांति (photo etv bharat jodhpur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jun 22, 2024, 3:13 PM IST

जोधपुर के सूरसागर में बवाल के बाद शांति (video etv bharat jodhpur)

जोधपुर. सूरसागर क्षेत्र में शुक्रवार रात को हुए बवाल को लेकर पुलिस ने 200 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. रातभर में 43 उपद्रवियों को पुलिस ने शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों पर राजकार्य में बाधा डालने और पुलिस पर हमला करने सहित अन्य धाराओं में मामले दर्ज किए हैं. शनिवार सुबह मौके पर शांति बनी रही. हालांकि, बाजार नहीं खुले. पुलिस के आला अधिकारी मौके पर मौजूद रहे.

कई स्थानीय परिवारों ने पुलिस के सामने अपनी व्यथा भी बताई और कहा ​कि उनके परिजनों को पुलिस रात को उठा कर ले गई है. उनके साथ मारपीट की गई. इधर पुलिस कमिश्नर के बाद थाना क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है. एडीसीपी निशांत भारद्वाज ने बताया कि हालात नियंत्रण में है.

पढ़ें: सूरसागर में दीवार निर्माण को लेकर दो पक्ष हुए आमने-सामने, दुकान और ट्रैक्टर को लगाई आग, जमकर चले पत्थर

फेल हुआ पुलिस का खुफिया तंत्र : सूरसागर की घटना ने एक बार फिर जोधपुर पुलिस के खुफिया तंत्र को नाकाम साबित किया है. गुरुवार को दो बच्चों के बीच हुए झगड़े के बाद इस इलाके में आगे क्या हो सकता है, इसको लेकर किसी ने तत्परता नहीं दिखाई. शुक्रवार शाम को ईदगाह का एक और दरवाजा खोलने को लेकर विवाद हुआ, लेकिन पुलिस ने समझौता करवा दिया. समझौते के कुछ देर बाद ही पथराव शुरू हो गया, जो दर्शाता है कि पुलिस का आसूचना तंत्र फेल साबित हुआ. पुलिस यह नहीं पता लगा सकी कि विवाद क्यों किया गया ? आगे क्या होगा? पुलिस इसका अंदेशा नहीं लगा सकी. जब अचानक पत्थर चले तो पुलिस हरकत में आई. रात को अधिकारी यह कहते हुए नजर आए कि इतने पत्थर कब छतों पर जमा हुए.

नहीं हुआ ड्रोन सर्वे : दो साल पहले रामनवमी पर इसी क्षेत्र में बवाल हुआ था, तब भी पुलिस हालत भांपने में नाकाम साबित हुई थी. तब कहा गया था कि पूरे इलाके में लगातार ड्रोन सर्वे किए जाएंगे, लेकिन पुलिस ने ड्रोन सर्वे नहीं किया. यही कारण रहा कि शुक्रवार रात को घरों में जमा पत्थर चले तो हालत बेकाबू हो गए. यदि समय समय पर इलाके में ड्रोन सर्वे होते तो यह नौबत नहीं आती.

यह भी पढ़ें: विवाद में बवाल : समझाइश के लिए पहुंची पुलिस पर आरोपियों ने किया पथराव, 4 महिला सहित 7 हिरासत में

मंत्री जोगाराम बोले- सौहार्द्र नहीं बिगड़ने देंगे : कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जोधपुर शहर में इस तरह की घटनाओं की कोई जगह नहीं है. दो गुटों के आपसी विवाद में अगर कोई इस घटना को लेकर सामाजिक सौहार्द्र बिगड़ने का प्रयास करेगा तो हम ऐसा नहीं होने देंगे. पुलिस प्रशासन मुस्तैदी से जुटा हुआ है. हालात नियंत्रण में है पूरे मामले की निष्पक्ष जांच भी की जा रही है.

जोधपुर के सूरसागर में बवाल के बाद शांति (video etv bharat jodhpur)

जोधपुर. सूरसागर क्षेत्र में शुक्रवार रात को हुए बवाल को लेकर पुलिस ने 200 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. रातभर में 43 उपद्रवियों को पुलिस ने शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों पर राजकार्य में बाधा डालने और पुलिस पर हमला करने सहित अन्य धाराओं में मामले दर्ज किए हैं. शनिवार सुबह मौके पर शांति बनी रही. हालांकि, बाजार नहीं खुले. पुलिस के आला अधिकारी मौके पर मौजूद रहे.

कई स्थानीय परिवारों ने पुलिस के सामने अपनी व्यथा भी बताई और कहा ​कि उनके परिजनों को पुलिस रात को उठा कर ले गई है. उनके साथ मारपीट की गई. इधर पुलिस कमिश्नर के बाद थाना क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है. एडीसीपी निशांत भारद्वाज ने बताया कि हालात नियंत्रण में है.

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फेल हुआ पुलिस का खुफिया तंत्र : सूरसागर की घटना ने एक बार फिर जोधपुर पुलिस के खुफिया तंत्र को नाकाम साबित किया है. गुरुवार को दो बच्चों के बीच हुए झगड़े के बाद इस इलाके में आगे क्या हो सकता है, इसको लेकर किसी ने तत्परता नहीं दिखाई. शुक्रवार शाम को ईदगाह का एक और दरवाजा खोलने को लेकर विवाद हुआ, लेकिन पुलिस ने समझौता करवा दिया. समझौते के कुछ देर बाद ही पथराव शुरू हो गया, जो दर्शाता है कि पुलिस का आसूचना तंत्र फेल साबित हुआ. पुलिस यह नहीं पता लगा सकी कि विवाद क्यों किया गया ? आगे क्या होगा? पुलिस इसका अंदेशा नहीं लगा सकी. जब अचानक पत्थर चले तो पुलिस हरकत में आई. रात को अधिकारी यह कहते हुए नजर आए कि इतने पत्थर कब छतों पर जमा हुए.

नहीं हुआ ड्रोन सर्वे : दो साल पहले रामनवमी पर इसी क्षेत्र में बवाल हुआ था, तब भी पुलिस हालत भांपने में नाकाम साबित हुई थी. तब कहा गया था कि पूरे इलाके में लगातार ड्रोन सर्वे किए जाएंगे, लेकिन पुलिस ने ड्रोन सर्वे नहीं किया. यही कारण रहा कि शुक्रवार रात को घरों में जमा पत्थर चले तो हालत बेकाबू हो गए. यदि समय समय पर इलाके में ड्रोन सर्वे होते तो यह नौबत नहीं आती.

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मंत्री जोगाराम बोले- सौहार्द्र नहीं बिगड़ने देंगे : कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जोधपुर शहर में इस तरह की घटनाओं की कोई जगह नहीं है. दो गुटों के आपसी विवाद में अगर कोई इस घटना को लेकर सामाजिक सौहार्द्र बिगड़ने का प्रयास करेगा तो हम ऐसा नहीं होने देंगे. पुलिस प्रशासन मुस्तैदी से जुटा हुआ है. हालात नियंत्रण में है पूरे मामले की निष्पक्ष जांच भी की जा रही है.

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