जयपुर : प्रदेश में कर्मचारियों के तबादलों पर लगी रोक हटाने को लेकर सभी कर्मचारी उत्सुक हैं. पिछले दिनों मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में भी कई मंत्रियों ने तबादलों से रोक हटाने की मजबूती से की पैरवी की. कर्मचारियों में तबादलों से रोक हटाने को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच गुरुवार को सोशल मीडिया पर तबादलों से रोक हटाने का आदेश वायरल हो गया. यह आदेश फरवरी में निकाले गए आदेश को एडिट करके वायरल किया गया है. खास बात है कि इसमें जिस अधिकारी के हवाले से ही आदेश जारी किया वह अधिकारी अभी समय इस विभाग में नहीं है. यह आदेश पूरी तरीके से फर्जी है और सरकार ने भी इस आदेश का खंडन किया है.
यह हुआ फर्जी आदेश वायरल : बता दें कि सोशल मीडिया पर तबादलों पर प्रतिबंध हटाने का फर्जी आदेश वायरल हो रहा है. आज से 16 अक्टूबर तक प्रतिबंध हटाने का फर्जी आदेश वायरल हुआ. वायरल हुए आदेश में प्रशासनिक सुधार विभाग के पूर्व सचिव राजन विशाल का नाम है, जबकि हाल ही जारी तबादला सूची के बाद विशाल इस पद से निवृत्त हो चुके हैं.
उनकी जगह IAS उर्मिला राजोरिया ने प्रशासनिक सुधार विभाग सचिव पद का चार्ज संभाल लिया है. दरअसल जो आदेश वायरल हो रहा है, वो पूर्व में फरवरी में निकाले गए मूल आदेश में करेक्शन करके फर्जी आदेश वायरल किया गया है. जब से कर्मचारियों के ग्रुप में फर्जी आदेश वायरल हुआ तब से हड़कंप मचा हुआ है. प्रशासनिक सुधार विभाग की सचिव उर्मिला राजोरिया ने प्रतिबंध हटाने से इनकार किया है. विभाग ने किसी भ्रम या भुलावे में नहीं आने की बात कही है.