जयपुर. राजस्थान विधानसभा में बुधवार को सरकार बजट पेश करेगी. सदन में सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस की आज विधायक दल की बैठक हुई. इस दौरान मीडिया से बातचीत में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि हमारे विधायक मजबूती के साथ जनता के मुद्दे सदन में उठा रहे हैं. अब तक जितने दिन सदन चला है. हमारे विधायकों ने बखूबी जनता की आवाज उठाई है. लेकिन सत्ता पक्ष का जिस तरह से आचरण नजर आ रहा है. उनके मंत्री ऐसे लगते हैं. जैसे विपक्ष के विधायक हो. वो बिना बात ही चिल्लाते हैं और हल्ला मचाते हैं. इससे सरकार की कमजोरी साफ नजर आ रही है.
मंत्री नहीं दे पा रहे हैं सवालों का जबाव: टीकाराम जूली ने कहा कि पहली बार देखा है जब मंत्री सवालों के जवाब देने के बजाए कहते हैं कि कलेक्टर से मिल लेना. इन्हें न तो अनुभव है और ना ही ये स्टडी करते हैं. इनकी पार्टी और सरकार का एजेंडा जनता के हित में भी नहीं है. उन्होंने कहा कि शैडो कैबिनेट की तैयारी पूरी है. हमारे अनुभवी विधायक और युवा विधायक मिलकर सरकार को घेरने का काम करेंगे. हम शैडो कैबिनेट बनाकर जनता से जुड़े मुद्दे हमारे सदस्यों को देंगे. वे उन मुद्दों पर चिंतन और रिसर्च करेंगे. इसके बाद ये मुद्दे सदन में उठाए जाएंगे.
योजनाओं को बंद करने का मुद्दा उठाएंगे: वे बोले, भजनलाल शर्मा ने मुख्यमंत्री बनने के बाद कहा था कि पिछली सरकार की योजनाओं को बंद नहीं किया जाएगा. आज सात महीने हुए हैं. उन्होंने चिरंजीवी योजना, दुर्घटना बीमा योजना, इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना और अन्नपूर्णा किट बंद कर दिए. अन्नपूर्णा रसोई की थाली की संख्या आधी कर दी है. राजीव गांधी युवा मित्रों और महात्मा गांधी प्रेरकों को हटा दिया गया. पुराने कामों की प्रशासनिक स्वीकृति, वित्तीय स्वीकृति, टेंडर और वर्क ऑर्डर तक रोके गए. ये सब जारी होने के बाद भी कामों को रोका जा रहा है. जो काम शुरू हो गए. उनका भुगतान रोककर तानाशाही की जा रही है.
भादरा चुनाव टालने का मुद्दा गूंजेगा: टीकाराम जूली ने कहा, भादरा में जो हुआ है. वह संविधान पर काला धब्बा है. भाजपा के पास पर्याप्त पार्षद नहीं थे, तो चुनाव अधिकारी छुट्टी लेकर चले गए. उनकी मेडिकल बोर्ड से जांच करवानी चाहिए. ये नई परिपाटी डाल रहे हैं कि जहां कांग्रेस के बोर्ड हैं. उन्हें गिराया जा रहा है. चंडीगढ़ में जैसा किया था. वही यहां करना चाह रहे हैं. श्रीकरणपुर में चलते चुनाव में प्रत्याशी को आचार संहिता के बावजूद मंत्री बना दिया गया.
पढ़ें: टीकाराम जूली बोले- नए प्रावधान देशहित में नहीं, जल्दबाजी में लागू किए गए कानून - New Criminal Law
जरूरी नहीं प्रतिपक्ष हमेशा विरोध ही करें: टीकाराम जूली ने कहा कि जरूरी नहीं कि प्रतिपक्ष हमेशा सरकार का विरोध ही करे. अगर कोई अच्छी बात है, तो हम उनका समर्थन भी करेंगे. अगर अच्छा बजट आता है, तो हम मेज थपथपाकर स्वागत भी करेंगे. लेकिन दीया कुमारी ने लेखानुदान में कहा था कि हम किसान सम्मान निधि में 2 हजार रुपए का इजाफा करेंगे. हालांकि वादा इन्होंने 6 हजार का किया था. वहीं 2 हजार बढ़ाए, फिर भी अभी तक 1 हजार रुपए ही खाते में डाले गए.
उन्होंने कहा कि गेहूं का समर्थन मूल्य 2700 रुपए करने का वादा किया था. लेकिन महज 125 रुपए बढ़ाए. पेट्रोल-डीजल के दाम हरियाणा के बराबर करने का वादा किया था. लेकिन कुछ रुपए ही कम किए गए. संकल्प पत्र और लेखानुदान के वादे अब तक अधूरे हैं. कांग्रेस विधायक दल की बैठक में प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा, सचिन पायलट, हरीश चौधरी और शांति धारीवाल मंच पर बैठे. पूर्व मुख्यमंत्री स्वास्थ्य कारणों से बैठक में नहीं आए.