जयपुर. प्रदेश की भजनलाल सरकार ने खाटू श्याम जी मंदिर क्षेत्र के विकास के लिए अब अपना पिटारा खोल दिया है. बुधवार को बजट पेश करने के दौरान राज्य की उपमुख्यमंत्री व वित्त मंत्री दीया कुमारी ने बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि खाटू श्याम जी मंदिर क्षेत्र के विकास के लिए राज्य सरकार 100 करोड़ से अधिक खर्च करेगी. वित्त मंत्री ने कहा कि जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर का विकास किया है, उसी तर्ज पर अब हम खाटू श्याम जी मंदिर व क्षेत्र का विकास करेंगे. यह खाटू श्याम के भक्तों के लिए सबसे बड़ी खुशखबरी है, क्योंकि रोजाना हजारों की तादात में यहां श्रद्धालु खाटू श्यान जी के दर्शन व पूजन के लिए आते हैं. खास बात यह है कि खाटू श्याम जी मंदिर की लोकप्रियता देश ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में है. अगर बात पूरे साल की करें तो यहां करीब तीन करोड़ से अधिक श्रद्धालु बाबा के दरबार में मत्था टेकने के लिए आते हैं.
हालांकि, भजनलाल सरकार से पहले केंद्र की मोदी सरकार ने खाटू श्याम जी और सालासर बालाजी क्षेत्र में पटरियों का जाल बिछाने की घोषणा की है, जिसकी डीपीआर पर काम भी शुरू हो चुका है. ऐसे में अब राज्य सरकार की इस घोषणा के बाद पूरे क्षेत्र का ही विकास तेजी से हो सकेगा. इसके अलावा अन्य मंदिरों के भी कायाकल्प किए जाएंगे. वित्त मंत्री दीया कुमारी ने बुधवार को बजट भाषण के दौरान मंदिरों के सौंदर्यीकरण को लेकर भी बड़ा ऐलान किया और उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार करोड़ों रुपए खर्च करेगी.
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उन्होंने राज्य के 20 मंदिरों के सौदर्यीकरण का ऐलान करते हुए कहा कि इसके लिए करोड़ों रुपए खर्च किए जाएंगे. केंद्र की मोदी सरकार ने जिस तरीके से अयोध्या और काशी में काम कराए हैं, ठीक उसी तरह से खाटू श्याम मंदिर की भव्यता और मंदिर क्षेत्र के विकास पर 100 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. इसके साथ ही दीया कुमारी ने कहा कि होली, दीवाली, शिवरात्रि और रामनवमी जैसे त्योहार को लोग उत्साह से मना सके, इसके लिए करीब 600 मंदिरों में विशेष साज सज्जा और आरती के कार्यक्रम के लिए 13 करोड़ रुपए व्यय किए जाएंगे. वहीं, प्रदेश में मंदिरों के जीर्णोद्धार और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मंदिरों में विकास कार्य कराए जाएंगे.
वहीं, जनजाति आस्था केंद्र सीतावाड़ी बारां, कमलनाथ महादेव व जावर माता मंदिर उदयपुर के अलावा आसपास के स्थलों को भी पर्यटनों के लिहाज से विकसित किया जाएगा. इसके इतर डूंगरपुर और बांसवाड़ा जनजातिए नायकों के स्मारकों व उदयपुर स्थित वीर बालिका काली बाई संग्रालय के निर्माण पर 25 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे.