जयपुर : राजस्थान में घूसखोरी और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए लड़ाई में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की हेल्पलाइन 1064 और वाट्सएप हेल्पलाइन 9413502834 बड़ा हथियार बन रही है. इस हेल्पलाइन पर कमोबेश प्रदेश के हर कोने से हर विभाग में घूसखोरी और भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायतें मिल रही हैं. इन शिकायतों के आधार पर लगातार एसीबी की ओर से ट्रैप की कार्रवाई भी की जा रही है.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के डीजी डॉ. रविप्रकाश मेहरड़ा का कहना है कि एसीबी की दोनों हेल्पलाइन पर बीते करीब एक साल में 85 हजार से ज्यादा शिकायतें आई हैं. इस लिहाज से हर दिन 250 से ज्यादा शिकायतें मिल रही हैं. उन्होंने बताया कि हेल्पलाइन पर सबसे ज्यादा शिकायतें राजस्व विभाग से जुड़ी हुई आती हैं. पुलिस, पंचायतीराज और डिस्कॉम से जुड़ी शिकायतें भी ज्यादा तादाद में मिल रही हैं. इनके आधार पर लगातार कार्रवाई भी की जा रही हैं.
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दुनियाभर में हो रही है भ्रष्टाचार पर बात : उन्होंने कहा दुनियाभर में भ्रष्टाचार को लेकर बात हो रही है तो समझा जा सकता है कि यह एक बड़ा मुद्दा है. सरकारी धन का भ्रष्टाचार में कई बार दुरुपयोग होता है. इसे रोकने और ऐसे प्रकरण उजागर करने के किए हर राज्य की अपनी भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी होती है. राजस्थान में करप्शन के खिलाफ यह लड़ाई भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के जरिए लड़ी जा रही है.
यह सरकार या एसीबी की नहीं, आमजन की भी लड़ाई : उन्होंने बताया कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत काम करता है. इसके तहत ट्रैप की कार्रवाई, पद के दुरुपयोग की कार्रवाई और आय से अधिक संपत्ति की कार्रवाई की जाती है. इसके अलावा गबन के खिलाफ भी कार्रवाई की जाती है. करप्शन के खिलाफ लड़ाई केवल इस विभाग की या सरकार की लड़ाई नहीं है. यह लड़ाई हर एक नागरिक की लड़ाई है. भ्रष्टाचार अगर सरकारी धन में होता है तो इसका असर भी आमजन पर पड़ता है. घूसखोरी का सीधा असर आमजन पर ही पड़ता है.
शिकायत पर गोपनीय रखी जाती है पहचान : उन्होंने कहा कि सरकारी धन में भ्रष्टाचार का असर विकास कार्यों की गुणवत्ता पर पड़ता है. सिस्टम में एक प्रकार की भ्रान्ति और विकृति भी आ जाती है कि बिना पैसे दिए कोई काम नहीं होता और उसके कई अन्य दुष्परिणाम भी सामने आते हैं. हमारा प्रयास रहता है कि राजस्थान सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के समर्थन में आमजन लगातार भ्रष्टाचार की शिकायत दें. ऐसे लोगों की पहचान भी गोपनीय रखी जाती है.
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वाट्सएप नंबर पर कॉल से भी शिकायत : उन्होंने बताया कि एसीबी की हेल्पलाइन 1064 के अलावा एक वाट्सएप हेल्पलाइन 9413502834 भी
है, जिसपर पहले केवल मैसेज ही लिए जाते थे. अब पिछले कुछ महीनों से शिकायती कॉल भी लिए जा रहे हैं. बहुत सी कार्रवाइ इन पर आने वाली शिकायतों के आधार पर की गई हैं. जनता का लगातार सहयोग बढ़ता जा रहा है. हम भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में आमजन को जोड़ने के लिए लगातार जागरूकता अभियान भी चला रहे हैं. उन्होंने बताया कि हेल्पलाइन 1064 पर इस साल करीब 42 हजार शिकायतें आई हैं, जबकि वाट्सएप हेल्पलाइन पर इस अवधि में 43 हजार शिकायतें आई हैं.
जल्दी काम करवाने के लिए नहीं ले शॉर्टकट : उन्होंने आमजन से भी अपील की है कि जल्दी अपना काम करवाने के लिए सुविधा शुल्क देने से बचना चाहिए. हो सकता है थोड़ी कठिनाई आए और काम होने में समय लागे, लेकिन शॉर्टकट लेकर लाइन तोड़कर काम करवाने से काम तो हो जाते हैं, लेकिन व्यवस्था में एक तरह की विकृति आ जाती है. फिर भ्रष्टाचार आम हो जाता है. उन्होंने किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार की सूचना एसीबी को देने की भी अपील की है.