जयपुर. राज्य में जारी भारी बारिश के कारण गुरुवार (15 अगस्त) को बीकानेर जिला मुख्यालय के अलावा नोखा क्षेत्र में जल भराव से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए. वहीं बूंदी, बारां, टोंक, नागौर और जयपुर ग्रामीण में भी तेज बरसात से नदी नाले उफान पर रहे और जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया. मौसम विभाग ने आज यानी शुक्रवार को प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है. इस दौरान जयपुर, जोधपुर और कोटा संभाग के 18 जिलों में तेज बारिश के आसार रहेंगे. 17-18 अगस्त से भारी बारिश का दौर थमने की प्रबल संभावना है. पूर्वी राजस्थान में 22 अगस्त से फिर भारी बारिश की गतिविधियां शुरू होंगी.
बीकानेर से गुजर रही है ट्रफ लाइन : प्रदेश में साइक्लोनिक सिस्टम फिलहाल उत्तर पूर्वी राजस्थान के ऊपर बना हुआ है. जबकि मानसून की ट्रफ लाइन बीकानेर के ऊपर से गुजर रही है. सिस्टम के इस असर से शुक्रवार और शनिवार को भी प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा. 17 अगस्त से हालांकि बारिश का दौरा सुस्त पड़ जाएगा, लेकिन बीकानेर, उदयपुर और भरतपुर संभाग के कुछ हिस्सों में राखी तक बारिश का दौर जारी रहेगा. इन क्षेत्रों में माध्यम से कहीं-कहीं तेज बारिश होने की संभावना रहेगी.
गुरुवार को यहां मेघ रहे मेहरबान : बीते 24 घंटे के मौसम की बात करें, तो पूर्वी राजस्थान में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई. पूर्वी राजस्थान में कई जगहों पर मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश दर्ज भी हुई, तो पश्चिमी राजस्थान की कुछ जगहों पर भारी बारिश देखने को मिली. सबसे अधिक बारिश जयपुर में 150.0 मिमी दर्ज की गई. पूरे मानसून सीजन में राज्य में औसत बरसात 415 MM होती है, जबकि इस सीजन में 1 जून से 14 अगस्त तक ही 416MM बरसात हो गई है. इस बार मानसून सबसे ज्यादा जयपुर, भरतपुर, अजमेर और बीकानेर संभाग पर मेहरबान रहा. वहीं उदयपुर संभाग में इस बार औसत के मुकाबले कम बरसात देखने को मिली.
दिनांक 15-16 अगस्त को राज्य के कुछ भागों में भारी/अतिभारी बारिश का दौर जारी रहेगा। दिनांक 17-18 अगस्त से भारी बारिश का दौर थमने की प्रबल संभावना है। पूर्वी राजस्थान में पुनः 22 अगस्त से भारी बारिश की गतिविधियां होंगी शुरू। pic.twitter.com/NorsncLJN3
— मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर (@IMDJaipur) August 15, 2024
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प्रदेश में मौतों का सिलसिला जारी : भारी बरसात के कारण अलग-अलग हादसों में गुरुवार को प्रदेश में पांच लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. करौली जिले के मंडरायल क्षेत्र के भांकरी गांव के पास डूबने से दो लोगों की मौत हो गई. यहां पोखर में डूबने से बालक-बालिका ने दम तोड़ दिया. वहीं धौलपुर जिले के राजाखेड़ा में उटांगन नदी में नहा रहे युवक को बचाने के चक्कर में 18 वर्षीय युवक की डूबने से मौत हो गई. हादसे में पवन पुत्र डालचंद के शव की तलाशी के लिए SDRF की टीम का सर्च अभियान जारी है. उधर दौसा के लवाण उपखंड क्षेत्र के कोटा पट्टी में पानी में डूबने से युवक की मौत हो गई. यह युवक मवेशी चराने को गया था, जहां तालाब में से मवेशियों को निकालते समय डूबने से उसकी मौत हो गई. SDRF टीम ने रात भर मशक्कत के बाद शुक्रवार सुबह 4 बजे युवक का शव बाहर निकाला. जयपुर के नाहरगढ़ की पहाड़ी पर हथिनी कुंड में डूबने से एक युवक की मौत हो गई. दोस्तों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन बचा नहीं पाए. सिविल डिफेंस टीम ने युवक के शव को बाहर निकाला.
इन इलाकों में जल भराव के हालात : गुरुवार 15 अगस्त को बीकानेर जिला मुख्यालय के अलावा नोखा क्षेत्र में जमकर बारिश हुई. बीकानेर शहर में इस दौरान जल भराव के बाद बाढ़ जैसे हालात हो गए. रेलवे स्टेशन पर पटरियां पानी में डूब गई और जीआरपी थाने में भी पानी दाखिल हो गया.
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आज 15 अगस्त 🇮🇳 शाम को भारी बारिश के कारण #बीकानेर रेलवे स्टेशन पर पटरियां पानी से लबालब.. प्लेटफॉर्म न.1 के #GRP पुलिस स्टेशन मे भी घुसा पानी ...चारों ओर पानी ही पानी... यात्रियों को हो रही है परेशानी...!!@drmbikaner @RailMinIndia #Railway @8PMnoCM #Bikaner #Rajasthan pic.twitter.com/B0z5qIXaAS
— Vinod Bhojak (@VinoBhojak) August 15, 2024
मासी बांध पर चली चादर : टोंक जिले में भारी बरसात के चलते नदी नाले उफान पर है. यहां मासी नदी उफान पर है, मासी बांध में 1981 के बाद अब चादर चल रही है, जिसके कारण पीपलू तहसील के लोग ज्यादा प्रभावित दिख रहे हैं. हाड़ौती अंचल में गुरुवार को मूसलाधार बारिश का दौर चला. चम्बल और पार्वती समेत कई नदियां उफान पर है. पानी के कारण कई रास्ते तो अवरुद्ध हो गए. कोटा में सुबह से ही कभी रिमझिम, तो तेज बारिश का दौर जारी रहा. बूंदी जिले के हिण्डोली में बाढ़ के हालात बन गए. हिण्डोली में 4 घंटे में 8 इंच बारिश हुई. सथूर के नजदीक चंद्रभागा नदी भी उफान पर आने से राष्ट्रीय अवरुद्ध हो गए.
बूंदी की महावीर कॉलोनी में 2 फीट पानी सड़कों पर बहने लगा. जिसकी वजह से देईखेड़ा पुलिस की जीप बरसाती नाले में डूब गई. बारां के केलवाड़ा में केदारकुई गांव के पास समरदई नदी में फंसे पांच लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला गया. ये लोग इलाज कराकर अपने गांव केदारकुई जा रहे थे. तभी नदी पार करते समय अचानक जलस्तर बढ़ जाने से ग्रामीण नदी के बीच फंस गए. गुरुवार दोपहर बाद नागौर जिले के कई हिस्सों में भी भारी बारिश का दौर जारी है. यहां मूंडवा क्षेत्र में लगातार बारिश से बाढ़ के हालात बन गए. भारी बारिश को देखते हुए स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है. मौसम विभाग ने यहां ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. जिले के खींवसर के कालियास से मेडास के सड़क मार्ग पर कालियास तालाब ओवरफ्लो होने के बाद प्रशासन ने वाहन चालकों से सतर्क रहने की अपील की है. शंखवास से गोवाकला के सड़क मार्ग पर भी तालाब ओवरफ्लो हो गए है. खींवसर के आस-पास गांवों में भारी बरसात के बाद हालात जल भराव जैसे दिख रहे हैं. यहां माणकपुर, गोवा और रूण सहित कई तालाब ओवरफ्लो हो गए हैं. बालोतरा जिले में बारिश का दौर गुरुवार रात से जारी है. शहर में भरा बरसात का पानी जमा होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ब्यावर की गुड़िया नदी में फंसे दंपती और एक बच्ची को भी रेस्क्यू किया गया.
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राजधानी में बारिश, जगह-जगह भरा पानी : मौसम विभाग ने जयपुर शहर और जयपुर ग्रामीण में शुक्रवार को भारी बारिश की चेतावनी दी है. ग्रामीण जिले के जोबनेर पंचायत समिति के रेनवाल के माच्छरखानी गांव में कल से जारी बरसात के बाद पानी भर गया. इस दौरान देर रात SDM अभिमन्यु सिंह मौके पर पहुंचे और जल्द से जल्द पानी निकासी का प्रबंध करने की निर्देश दिए. जिले के चाकसू, माधोराजपुरा, सांगानेर ग्रामीण, बगरू और कोटखावदा उपखंड में जल स्रोतों का पानी बाहर निकालने के बाद प्रशासन ऐतिहातन कदम उठा रहा है.
राजधानी जयपुर भी एक बार फिर गुरुवार को हुई बारिश के बाद जल भराव से बेहाल नजर आई. यहां जगतपुरा फाटक, 200 फ़ीट बाईपास, टोंक फाटक, भांकरोटा में जल भराव की खबरें सामने आई. शहर की सड़क लगातार बारिश के बाद जलमग्न हो गई. परकोटे के कल्याणजी का रास्ता में मकान की एक तरफ की दीवार गिर गई. जिसके कारण तीन मंजिला मकान के गिरने के डर से अन्य पास के मकानों को बड़े नुकसान की आशंका है. प्रशासन ने देर रात मकान में रहने वाले 15 लोगों को बाहर निकाला और बैरिकेट लगाकर रास्ता रोका.